पूर्व प्रधान की हत्या के बाद , अभी दो और हत्या की धमकी ,थाना के सामने शव रखकर किया प्रदर्शन ,पुलिस के समझाने के बाद परिजनों ने शव का किया अंतिम संस्कार
After the murder of the former Pradhan, there were threats of killing two more people, a protest was held by placing the dead body in front of the police station, after the police convinced them, the family members cremated the body
मुख्य आरोपी ने वीडियो के माध्यम से परिजनों को दिया धमकी
अहरौला के तमसा नदी के घाट पर शव का हुआ अंतिम संस्कार
अंतिम संस्कार के बाद पुलिस ने ली राहत की सांस
आजमगढ़ जनपद के अहरौला थाना में आलमपुर गांव के पूर्व प्रधान श्रीराम चौहान के शव का बुधवार को अंतिम संस्कार करने से पहले परिजनों सहित ग्रामीणों ने अपनी मांगों को लेकर थाने के सामने शव को रखकर प्रदर्शन करने लगे । परिजनो ने आरोप लगाया कि हत्या का मुख्य आरोपी शुभम चौहान को अभी पकड़ से दूर है । उसके द्वारा रील बना कर दो और हत्या करने की धमकी दी जा रही है। परिजनों ने शस्त्र लाइसेंस रद्द करने और शस्त्र को जब्त कर लेने की मांग करने लगे । यह प्रदर्शन करीब एक घंटे चला, पुलिस ने लोगों को समझा बुझाकर अंतिम संस्कार के लिए राजी किया।
पूर्व प्रधान के शव के अंतिम संस्कार होने के बाद पुलिस ने राहत की सांस लिया ।
बता दें कि अहरौला थाना क्षेत्र के आलमपुर गांव में रविवार की रात पूर्व प्रधान की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। पोस्टमार्टम होने के बाद शव घर पहुंचा तो परिजन और ग्रामीण वर्तमान प्रधान पति के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग को लेकर अड़ गए। देर शाम तक शव का अंतिम संस्कार नहीं हो सका। मौके पर एमएलसी राम सूरत राजभर, एडीएम, एसडीएम पंकज दीक्षित , एसपी ग्रामीण चिराग जैन, सीओ किरण पाल सहित अन्य अधिकारी परिवार को समझाए , लेकिन परिजन अपनी मांग पर अडिग रहे। वहीं मृतक पूर्व प्रधान के एक संबंधी दूसरे प्रांत में रहते थे वह भी देर रात घर पहुंचे। सुबह शव लेकर ग्रामीण और परिजन सीधे अहरौला थाने पहुंचे गए और रोड पर शव एक घंटे तक जमकर हंगामा किया। परिजनों ने आरोप लगाया कि घटना का मुख्य आरोपी शुभम चौहान रील बनाकर परिवार के लोगों को जान से मारने की धमकी दे रहा है। परिजनों ने मांग कर रहे थे कि आरोपी का शस्त्र लाइसेंस निरस्त करते हुए उसे जब्त कर लिया जाए। पुलिस ने लोगों को कार्रवाई का आश्वासन दिया। पुलिस के समझाने बुझाने के बाद परिजन और ग्रामीण शव को अंतिम संस्कार के लिए लेकर चले गए। पूर्व प्रधान के शव का अंतिम संस्कार अहरौला के घाट पर कर दिया गया । तब जाकर पुलिस ने राहत की सांस लिया ।