भारतीय बाजार में इन दो पहिया वाहनों का कब्जा, जानें शीर्ष पांच में शामिल बाइक

These two wheelers dominate the Indian market, know the bikes included in the top five

 

नई दिल्ली:। भारत दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है और दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की ओर अग्रसर है। ऑटोमोबाइल इंडस्ट्री का देश की अर्थव्यवस्था की तेजी में एक महत्वपूर्ण भूमिका है।

देश की ऑटोमोबाइल कंपनियां लगातार अच्छे प्रोडक्ट बना रही हैं। वहीं, दुनिया की एक बड़ी आबादी अपने यहां होने के कारण देश में इनकी बिक्री तो तेजी से हो ही रही है, लेकिन इनको बाहर भी निर्यात किया जा रहा है। रोड इंफ्रास्ट्रक्चर के साथ-साथ बाजार में आई गाड़ियों के नए बजट फ्रेंडली मॉडल, जिनकी डिमांड दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही है, देश की विकास में समानांतर भूमिका निभा रही हैं।

पिछले कुछ सालों देश में हर प्रकार की गाड़ियों का उत्पादन और बिक्री बढ़ी है। इनमें कमर्शियल, निजी, दो-पहिया और चार पहिया वाहन शाम‍िल हैं। लेकिन, आज हम दो पहिया वाहन की बिक्री की बात करने वाले हैं, जो देश में सबसे ज्यादा आबादी वाले मध्यम वर्ग के ज्यादातर घरों में मौजूद है। पिछले कुछ सालों में इसकी मांग में अच्छा-खासा इजाफा हुआ है। हम टॉप-5 ऐसे दोपहिया वाहनों की बिक्री की बात करेंगे, जिनका बाजार पर सबसे ज्यादा कब्जा है।

‘सोसाइटी ऑफ इंडियन ऑटोमोबाइल मैनुफैक्चरर्स’ (एसआईएएम) के नवीनतम आंकड़ों के अनुसार इस साल जून में हीरो स्प्लेंडर प्लस की ब‍िक्री सबसे अध‍िक हुई। इस महीने में इसकी 2,84,190 यूनिट बिकी, जो पिछले साल की तुलना में 33.9 प्रतिशत का उछाल है और मई से 2.6 प्रतिशत ज्यादा है।

लिस्ट में दूसरे नंबर पर होंडा शाइन 125 सीसी की बाइक है, जिसकी जून 2024 में 1,39,587 यूनिट बिक्री हुई। यह पिछले साल की तुलना में 40.6 प्रतिशत और पिछले महीने की तुलना में 9.9 प्रतिशत अधिक है।

हीरो एचएफ डीलक्स 89,941 यूनिट की ब‍िक्री के साथ टॉप तीन में जगह बनाने में कामयाब रही है। यह पिछले साल की तुलना में 0.7 प्रतिशत अधि‍क और पिछले महीने के मुकाबले 3.2 प्रतिशत अधिक है।

बजाज पल्सर 125 सीसी की बिक्री में गिरावट दर्ज की गई है। पिछले साल की तुलना में 5.2 प्रतिशत की गिरावट और पिछले महीने की तुलना में 14.1 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई।

33,101 यूनिट के साथ बजाज प्लेटिना टॉप फाइल में जगह बनाने में कामयाब रही। इसमें पिछले साल की तुलना में 9.4 प्रतिशत की गिरावट और पिछले महीने की तुलना में 9.46 प्रतिशत की बढ़ोतरी दर्ज की गई।

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