टेक महिंद्रा ने दूसरी तिमाही में कमाया 1,250 करोड़ रुपये का मुनाफा, 153 प्रतिशत की हुई बढ़त

Tech Mahindra posts Q2 profit of Rs 1,250 crore, up 153 percent

 

मुंबई:। दिग्गज आईटी कंपनी टेक महिंद्रा ने चालू वित्त वर्ष की सितंबर तिमाही में 1250 करोड़ रुपए का कंसोलिडेटेड मुनाफा कमाया है।

 

इसमें सालाना आधार पर 153.1 प्रतिशत और तिमाही आधार पर 46.8 प्रतिशत की बढ़त देखी गई है। कंपनी ने शनिवार को अपने मुनाफे को लेकर यह जानकारी दी।

टेक महिंद्रा ने इस वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में 13,313 करोड़ रुपये का राजस्व अर्जित किया, जो तिमाही आधार पर 2.4 प्रतिशत और सालाना आधार पर 3.5 प्रतिशत अधिक है।

इस तिमाही के अंत में टेक महिंद्रा ने अपने कुल कर्मचारियों की संख्या 154,273 बताई है, जो कि तिमाही आधार पर 6,653 और सालाना आधार पर 3,669 अधिक है।

तिमाही के अंत में नकदी और नकदी समकक्ष (सीसीई) 6,566 करोड़ रुपये थे और कंपनी ने 15 रुपये प्रति शेयर का अंतरिम लाभांश घोषित किया।

टेक महिंद्रा के मुख्य कार्यकारी अधिकारी और प्रबंध निदेशक मोहित जोशी ने कहा, “हम अपने रणनीतिक सुधार प्रयासों के साथ आगे बढ़ रहे हैं, जबकि आईटी सर्विस इंडस्ट्री में इस समय नरमी बनी हुई है।

हमने क्लाइंट रिलेशन को मजबूत और पार्टनर इकोसिस्टम का विस्तार करने पर ध्यान केंद्रित किया है। हमने रणनीतिक उपायों को अपनाने पर ध्यान केंद्रित किया। इसके परिणामस्वरूप ही तीसरी क्रमिक तिमाही के लिए मार्जिन में विस्तार हुआ है।”

तिमाही के दौरान, टेक महिंद्रा ने जनरेटिव एआई (जेनएआई) को अपनाने को बढ़ावा देने और महिंद्रा एंड महिंद्रा की विभिन्न संस्थाओं के लिए डिजिटल परिवर्तन का नेतृत्व करने के लिए एक रणनीतिक साझेदारी की घोषणा की।

टेक महिंद्रा के मुख्य वित्तीय अधिकारी रोहित आनंद ने कहा कि कंपनी ने डील को अपने हक में करने, राजस्व वृद्धि, लागत अनुकूलन और स्थिर मुक्त नकदी प्रवाह सृजन के मामले में लगातार अच्छा प्रदर्शन जारी रखा। हम वित्त वर्ष 2027 के घोषित लक्ष्यों को पाने की राह पर अग्रसर हैं।”

उन्होंने कहा, “हमारी पूंजी आवंटन नीति के अनुरूप, बोर्ड ने 15 रुपये प्रति शेयर का अंतरिम लाभांश घोषित किया है।”

टेक महिंद्रा ने एआई और जेनआई प्रोजेक्ट के आउटकम को वेरिफाई और वैलिडेट करने के लिए ‘टेकएम वेरिफएआई’ को लॉन्च करने की घोषणा की है। इस लॉन्च के साथ आईटी कंपनी एआई बेस्ड प्रोजेक्ट को लेकर प्रमुख उद्योगों की मदद करेगी। ताकि वे अपने एआई से जुड़ी योजनाओं को तेजी से पूरी कर सकें।

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