मुल्क के पहले शिक्षामंत्री यौमे पैदाइश पर किए गए याद
राष्ट्रीय शिक्षा दिवस पर कांग्रेसजनों ने पेश की मौलाना अबुल कलाम आजाद को खिराजे अकीदत
रिपोर्ट अशरफ संजरी
भदोही। राष्ट्रीय शिक्षा दिवस पर आधुनिक शिक्षा, आईटी व एम्स के जनक स्वतंत्रता सेनानी मुल्क के पहले शिक्षामंत्री व भारत रत्न तथा पत्रकार मौलाना अबुल कलाम आजाद की यौमे पैदाईश (जयंती) पर नगर के मशाल रोड पर स्थित कांग्रेस के कैंप कार्यालय में सोमवार को कार्यक्रम आयोजित किया गया। कांग्रेसजनों ने उनके तस्वीर पर अकीदत के फूलों का नजराना पेश किया और उन्हें याद करते हुए खिराजे अकीदत पेश की तथा उनकी नीतियों पर चलने का संकल्प लिया।
इस अवसर पर अभी हाल मे सर्वोच्च न्यायालय ने अपने एक फैसले में अलीगढ मुस्लिम विश्वविद्यालय को अल्पसंख्यक का दर्जा बहाल किया था। जिस पर उपस्थित लोगों ने एक दूसरे को मुबारक बाद देते हुए सर्वोच्च न्यायालय के फैसले का स्वागत किया।
जिला कांग्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष व ज्ञानपुर विधान सभा के प्रभारी मुशीर इकबाल ने उन्हें गुलों का नजराना पेश करते हुए कहा कि मौलाना अबुल कलाम आजाद का जन्म अरब मुल्क के मक्का शहर मे 11 नवंबर 1888 को हुआ था। उनका निधन 22 फ़रवरी 1958 को दिल्ली मे हुआ। उन्हें दिल्ली के जामा मस्जिद के बाहर एक बड़े अहाते मे सुपुर्दे खाक किया गया है। इस अवसर पर वक्ताओं ने भी मौलाना अबुल कलाम आजाद को खिराजे अकीदत पेश कर उनके नीतियों पर चलने का संकल्प लिया। कहा कि आज मौलाना अबुल कलाम आजाद हमारे बीच नही है। लेकिन उनकी नीतियों पर चल कर देश मे भाईचारा व साम्प्रदायिक सौहार्द को कायम कर सकते हैं। आज देश को एकजुट रखने की जरूरत है।
इस मौके पर मसूद आलम, स्वालेह अंसारी, अमजद रसूल, मो.अब्दुल, आजाद हुसैन अंसारी, असलम हाशमी, इजहार अहमद अंसारी, असलम शेख, आफताब आलम, मुख्तार हाशमी, महबूब आलम, जमील शाह, मो.मुस्तफा व आतिफ हुसैन आदि प्रमुख रूप से मौजूद रहें।