जीएम मोमिन डिग्री कॉलेज में सतत विकास के लिए जैव रासायनिक दृष्टिकोण पर एक दिवसीय राष्ट्रीय सम्मेलन संपन्न
One day national conference on bioclimatic approach for sustainable development concluded at GM Momin Degree College
हिंद एकता टाइम्स भिवंडी
रवि तिवारी
भिवंडी – मुंबई विश्वविद्यालय के मार्गदर्शन में तथा जीएम मोमिन वीमेंस कालेज के रसायन विज्ञान,जैव प्रौद्योगिकी एवं अंतःविषय अध्ययन विभाग और रसायन विज्ञान शिक्षक संघ (एसीटी) के सहयोग से सतत विकास की दिशा में जैव रासायनिक दृष्टिकोण विषय पर एक दिवसीय राष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन कालेज सभागार में आयोजित किया गया।
उद्घाटन भाषण डॉ. तबस्सुम शेख (प्राचार्य जीएम मोमिन वीमेंस डिग्री कालेज )ने दिया । मुख्य अतिथि डॉ. विजय नरखंडे (संयुक्त निदेशक उच्च शिक्षा, कोकण क्षेत्र) ने सतत विकास में अनुसंधान को बढ़ावा देने के लिए सरकार की पहल और समर्थन का उल्लेख किया और कालेज की छात्रा के भौतिक विज्ञान में स्वर्ण पदक प्राप्त करने पर प्रसन्नता व्यक्त की।विशेष अतिथि प्रोफेसर डी.वी. प्रभु ने सतत विकास में रसायन विज्ञान की भूमिका पर व्याख्यान दिया । डॉ. राजेंद्र शिंदे ने अनुसंधान संस्थानों और सतत विकास में उनकी भूमिका पर प्रकाश डाला । मुख्य भाषण भाभा परमाणु अनुसंधान केंद्र (बीएआरसी), मुंबई के प्रसिद्ध वैज्ञानिक डॉ. शरद काले ने दिया । अपने संबोधन में उन्होंने सतत विकास को सुनिश्चित करने के लिए जैव-रासायनिक तरीकों को अपनाने की तत्काल आवश्यकता पर बल दिया । केएमई सोसाइटी के सचिव दानियाल काजी ने सम्मेलन के आयोजन पर प्रसन्नता व्यक्त की तथा समस्त कॉलेज स्टाफ के प्रयासों की सराहना की। इस अवसर पर सोसायटी के पूर्व अध्यक्ष तल्हा फकीह, फहद बुबेरे,जुबैर नरविल ,उजैर फकीह, नाजिम नासीकर ,बासित पटेल, सरवर पटेल और कॉलेज की चेयरपर्सन सहबा पठान उपस्थित थीं ।प्रथम सत्र का समापन सम्मेलन की संयोजक एवं रसायन विज्ञान विभागाध्यक्ष जयश्री ठाकरे के धन्यवाद के साथ हुआ । दूसरे सत्र की अध्यक्षता डॉ. डी.वी. प्रभु ने की जिसमें मुंबई विश्वविद्यालय के प्रोफेसर चक्रदेव, डॉ. शालिनी आर्य और डॉ. वासुदेव ज़ाम्ब्रे ने अपने शोधपत्र प्रस्तुत किए। इस सम्मेलन में २५० से अधिक लोगों ने भाग लिया और ७३ से अधिक शोधपत्र प्रस्तुत किये गये । इनमें से सर्वश्रेष्ठ चार शोधपत्रों को पुरस्कार भी प्रदान किए गया । सम्मेलन के समापन सत्र में प्रिंसिपल तबस्सुम शेख ने सभी का स्वागत किया तथा अतिथियों और आयोजन समिति के सदस्यों का विशेष रूप से आभार व्यक्त किया । कल्पना जैन (प्रिंसिपल) रॉयल कॉलेज) ने समापन भाषण देते हुए सतत विकास को और अधिक एकीकृत बनाने पर जोर दिया । रूसा के निदेशक प्रमोद पर्रिकर ने भी अपने विचार व्यक्त किए। केएमई सोसायटी के अध्यक्ष अलमाज फकीह ने सम्मेलन के सफल आयोजन पर बधाई दी । समापन समारोह में दानियाल काजी और साहिल कुआरी भी उपस्थित रहे। सम्मेलन का समापन डॉ. शाजिया मोमिन, आयोजन सचिव (रसायन विज्ञान विभाग) के आभार प्रदर्शन के साथ हुआ ।