मराठा आरक्षण को लेकर सरकार चिंतित, मनोज जरांगे को मुंबई आने की जरूरत नहीं : संजय निरुपम
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मुंबई, 5 फरवरी (आईएएनएस)। मराठा आरक्षण को लेकर शिवसेना नेता संजय निरुपम ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने मनोज जरांगे पाटिल से अपील की है कि वे मुंबई न आएं और वहीं रहकर आंदोलन करें।
संजय निरुपम ने मीडिया से बात करते हुए कहा, “मैं मनोज जरांगे पाटिल से कहूंगा कि उन्हें अपनी चल रही लड़ाई पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए और हमें यहां परेशान नहीं करना चाहिए। मुंबई में मराठों और गैर मराठों के बीच कोई विवाद नहीं है। जहां तक मराठा युवाओं को आरक्षण देने की बात है तो यह एक वाजिब सवाल है और सरकार इसे लेकर चिंतित है।”
उन्होंने आगे कहा कि आने वाले दिनों में मराठा युवाओं को आरक्षण मिलेगा ताकि उन्हें बेहतर जीवन, बेहतर नौकरी के अवसर और शिक्षा मिल सके। मनोज जरांगे पाटिल ओबीसी कोटे से आरक्षण देने पर जोर देते रहते हैं। हम मराठा समाज के साथ खड़े रहेंगे और यह सुनिश्चित करेंगे कि उन्हें आरक्षण मिले। मुझे उम्मीद है कि जल्द कोई ना कोई रास्ता निकलेगा और मराठा नौजवानों को आरक्षण का लाभ मिलेगा।”
मराठा आरक्षण के लिए मनोज जरांगे पाटिल ने छह दिनों तक भूख हड़ताल की थी। भूख हड़ताल समाप्त करने के बाद स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं उत्पन्न होने लगीं। इसके बाद उन्हें छत्रपति संभाजीनगर के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया। आज उन्हें छुट्टी दे दी गई। अस्पताल से छुट्टी मिलने के बाद पत्रकारों से बातचीत करते हुए जरांगे पाटिल ने मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस की आलोचना की।
पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के इरादे अच्छे नहीं हैं। वे मराठा समुदाय की समस्याओं के प्रति संवेदनशील नहीं हैं। उन्होंने यह भी चेतावनी दी कि मराठा आरक्षण को लेकर जल्द ही एक नया आंदोलन शुरू किया जाएगा।
–आईएएनएस
एकेएस/सीबीटी
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इनपुट. आईएएनएस के साथ