शब्दाक्षर साहित्योत्सव हरिद्वार में सम्मानित हुए आजमगढ़ के कवि अंकुर सहाय “अंकुर”

रिपोर्ट: राम अवतार स्नेही
आजमगढ़:हरिद्वार ! राष्ट्रीय साहित्यिक संस्था शब्दाक्षर के बैनर तले त्रिदिवसीय साहित्योत्सव में भारत के लगभग 25 प्रदेशों के पदाधिकारियों ने बढ़ चढ़ कर प्रतिभाग किया। शब्दाक्षर उत्तराखंड प्रदेश अध्यक्ष डॉ बुद्धिनाथ मिश्र ने स्वागत संबोधन में देश भर के विभिन्न राज्यों से आये उत्तम श्रेणी के रचनाकारों के एक साथ मंच साझा करने की घटना को अद्भुत और अविस्मरणीय बताया। राष्ट्रीय अध्यक्ष रवि प्रताप सिंह राष्ट्र भर में फैले शब्दाक्षर समितियों को संबोधित करते हुए शब्दाक्षर के उज्ज्वल भविष्य की कामना की। राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि शब्दाक्षर के राष्ट्रीय मंच पर हिन्दुस्तान के सभी शब्दाक्षर प्रदेश समितियों के 100 से अधिक प्रतिनिधि पदाधिकारियों का होना अत्यंत हर्ष और गौरव का विषय है। शब्दाक्षर हरिद्वार साहित्योत्सव-2023 के तीसरे दिन देश के 25 प्रदेश एवं विभिन्न जिलों से आये शब्दाक्षर के साहित्य साधकों ने एक से बढ़कर एक रचनाएँ पढ़ीं। राष्ट्रीय अध्यक्ष रवि प्रताप सिंह, उत्तराखंड प्रदेश अध्यक्ष सह आयोजन प्रमुख डॉ बुद्धिनाथ मिश्र व व्यवस्था प्रमुख केवल कोठारी की उपस्थिति और देखरेख में तीसरे दिन का संपूर्ण आयोजन छह अलग-अलग सत्रों में संपन्न हुआ।संस्था की ओर से आजमगढ़ के कवि अंकुर सहाय “अंकुर” को भी श्रीफल, शॉल, मोतियों की माला, शब्दाक्षर अंगवस्त्रम तथा शब्दाक्षर स्मृति चिन्ह प्रदान करके सम्मानित किया गया। शब्दाक्षर उत्तर प्रदेश अध्यक्ष अंतरराष्ट्रीय व्यंग्यकार श्यामल मजूमदार, अजय मदहोश ,संतोष हिंदवी , कानपुर जिला समिति के अनुराग सैनी , लखनऊ की श्रेष्ठ कवयित्री डॉ. सुमन सुरभि, गोवा के ‘गीत रामायण’ रचयिता दत्त प्रसाद जोग , तेलंगाना अध्यक्ष ज्योति नारायण सहित राष्ट्रीय कार्यकारिणी और प्रदेश कार्यकारिणी सहित जिला समितियों के पदाधिकारियों की उपस्थिति में तीन दिवस तक अनवरत चला यह कार्यक्रम एक नई ऊर्जा और सृजन का प्रतीक बना।


