गौरव सक्सेना ने अपनी करीबी दोस्त ध्रुवी हल्दांकर के बारे में कही दिल छूने वाली बात — “हम एक-दूसरे से बिल्कुल अलग हैं, फिर भी हमेशा साथ खड़े रहते हैं”
Gaurav Saxena shares a heart touching thing about his close friend Dhruvi Haldankar - "We are completely different from each other, yet we always stand together"
मुंबई:उद्यमी और कंटेंट क्रिएटर गौरव सक्सेना ने हाल ही में अपनी खास दोस्त और एक्ट्रेस ध्रुवी हल्दांकर के साथ अपनी दोस्ती के बारे में खुलकर बात की। जब उनसे पूछा गया कि ये दोस्ती कैसे शुरू हुई, तो उन्होंने कहा, “मेरी और ध्रुवी की दोस्ती को अब एक दशक से भी ज़्यादा हो चुका है। हमें एक कॉमन फ्रेंड के जरिए मिलवाया गया था और पहली मुलाकात के बाद ही हमारी बॉन्डिंग इतनी मजबूत हो गई कि हम एक-दूसरे से अलग ही नहीं हो पाए। शुरुआत से ही मुझे महसूस हो गया था कि यह दोस्ती हमेशा चलेगी।”
ध्रुवी की दोस्त के रूप में सबसे खास बात के बारे में बताते हुए गौरव कहते हैं, “उसकी जिद और मेहनत मुझे सबसे ज़्यादा पसंद है। वह मानसिक रूप से बहुत मजबूत है और ज़िंदगी में एक फाइटर है। वह महत्वाकांक्षी है और अपने दम पर एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री में अपनी एक अलग पहचान बनाई है। ध्रुवी एक हीलर है और अपने जीवन में और उसके बाहर मौजूद सभी लोगों को प्यार से संभालती है। उसका दिल बेहद साफ है और मैं खुद को खुशनसीब मानता हूं कि वो मेरी ज़िंदगी में है। वह मुझे समझती है और मेरी हर सफलता पर खुश होती है।”
दुनियाभर की यात्राओं में व्यस्त रहने वाले गौरव, जब भी मुंबई में होते हैं, ध्रुवी से ज़रूर मिलते हैं। “हम वीकेंड पर अक्सर मिलते हैं, फैमिली सेलिब्रेशंस में साथ जाते हैं और साथ में घूमते भी हैं। लेकिन हां, हम दोनों खूब झगड़ते भी हैं, पर एक-दूसरे को उतना ही प्यार भी करते हैं। हम दोनों एक-दूसरे से बिल्कुल अलग हैं, लेकिन फिर भी एक-दूसरे के लिए हमेशा खड़े रहते हैं। वह मेरी स्थायी दोस्त है। मेरी दुनिया चाहे कहीं भी घूमे, मेरी ‘पोल स्टार’ ध्रुवी हमेशा मेरी ताकत बनकर खड़ी रहती है।”
अगर गौरव को ध्रुवी को कोई सलाह देनी हो, तो वह क्या होगी? इस पर उन्होंने कहा, “उसका दिल बहुत बड़ा है और वो लोगों पर बहुत जल्दी भरोसा कर लेती है। मैं बस ये चाहता हूं कि वह इतनी जल्दी हर किसी को अपनी ज़िंदगी में न आने दे, क्योंकि हर कोई अच्छा इंसान नहीं होता और मैं नहीं चाहता कि वह किसी से धोखा खाए या आहत हो।”