प्रतिबंधित प्लास्टिक थैलियों पर रिश्तखोरी के आरोप आयुक्त की साख पर उठे सवाल?
Allegations of bribery over banned plastic bags; questions raised on Commissioner's credibility?
हिंद एकता टाइम्स भिवंडी
रवि तिवारी
भिवंडी-भिवंडी मनपा प्रशासन व्दारा प्रतिबंधित प्लास्टिक थैलियों का धड़ल्ले से इस्तेमाल और बिक्री किया जा रहा है। शासन द्वारा प्लास्टिक पर पूर्णतया प्रतिबंध होने के बावजूद बाजारों में खुलेआम थोक विक्रेताओं और दुकानदारों द्वारा प्लास्टिक का वितरण किया जा रहा है।जबकि प्रशासन ने प्रतिबंधित प्लास्टिक विक्री पर कार्रवाई के लिए दो टीमें गठित की है लेकिन भ्रष्टाचार और अवैध वसूली के आरोपों के चलते इन टीमों की प्रभावशीलता पर सवाल खड़े हो रहे है।
भिवंडी मनपा आयुक्त ने प्रतिबंधित प्लास्टिक विक्रेताओं के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के लिए एक निजी ठेकेदार की नियुक्ति की है और पर्यावरण विभाग के नेतृत्व में एक दूसरी टीम भी बनाई गई है। दोनों टीमों का उद्देश्य प्लास्टिक के अवैध व्यापार पर नियंत्रण पाना है। लेकिन प्राइवेट कर्मचारियों से लैस इन टीमों पर अब रिश्वत लेकर ढील देने का आरोप लग रहा है। सूत्रों की मानें तो ये टीमें दुकानदारों से प्लास्टिक जब्ती के बदले मोटी वसूली कर रही है,जिससे प्लास्टिक का व्यापार बदस्तूर जारी है।सूत्र बताते हैं कि शहर में लगभग दो दर्जन से अधिक थोक विक्रेता की दुकानें हैं।पिछले माह शहर के दो इलाकों में छापामारकर दोनों टीमों ने बड़े पैमाने पर प्रतिबंधित प्लास्टिक जप्त कर तकरीबन 15 हजार का दंड भी वसूला था।लेकिन उसके बाद से एक भी प्लास्टिक व्यवसायियों पर मनपा द्वारा कार्रवाई न किए जाने से दोनो ही विभागों के कार्यकलाप पर प्रश्नचिन्ह लगा दिया है।जबकि शहर में प्लास्टिक थैली का उपयोग बदस्तूर जारी है। ऐसी स्थिति ने आयुक्त अनमोल सागर की कार्यशैली पर भी प्रश्नचिन्ह खड़े कर दिए है।प्रशासन की ओर से जारी ढिलाई और अधिकारियों द्वारा रिश्वतखोरी की खबरों ने आयुक्त की छवि को धूमिल कर दिया है।