अस्पतालों में मनमानी और मरीजों के साथ दुर्व्यवहार
Arbitrariness and mistreatment of patients in hospitals
जबलपुर जिले में निजी अस्पतालों की मनमानी और मरीजों के साथ हो रहे दुर्व्यवहार को लेकर आए दिन को कई नई किस्से सामने आते हैं लेकिन हर बार आपसी साठ गांठ और सेटिंग बाजी के चलते आरोपियों पर कोई कार्यवाही नहीं होती ठीक ऐसा ही मामला जय महाकाल सॉन्ग एवं अंतर्राष्ट्रीय बजरंग दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष कन्हैया राम कृष्ण तिवारी के साथ घटित हुआ। जहां उनके द्वारा शहर के नामी गिरामी डॉक्टर अभिजीत मुखर्जी द्वारा उचित उपचार न करने और इलाज में लापरवाही बरतने को लेकर इसकी शिकायत मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी सहित पुलिस अधीक्षक को दी गई थी कहीं से भी संतोषजनक उत्तर न मिलने पर पीड़ित ने अस्पताल के सामने प्रदर्शन किया जिसे लेकर लगातार अस्पताल प्रबंधन द्वारा उन्हें ब्लैकमेलर कहा जा रहा है। अस्पताल प्रबंधन द्वारा पीड़ित के खिलाफ बेवजह के प्रोपेगेंडा फैलाने को लेकर पीड़ित कन्हैया राम कृष्ण तिवारी ने बाकायदा पत्रकार वार्ता करते हुए अस्पताल प्रबंधन और जांच समिति पर सवालिया निशान खड़े किए हैं। पत्रकारों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि मुखर्जी हॉस्पिटल में उनका ऑपरेशन हुआ था जो की पूर्ण रूप से असफल रहा लेकिन अस्पताल प्रबंधन अपना पल्ला झाड़ने हुए ऑर्थोपेडिक डॉक्टर पर पूरा ठीकरा फोड़ रहा है। वही पीड़ित पक्ष द्वारा जब स्वास्थ्य विभाग में इसकी शिकायत की गई तो स्वास्थ्य विभाग द्वारा गुपचुप समिति बनाकर डॉक्टर मुखर्जी को क्लीन चिट दे दी गई। जब जाट समिति पर सवालिया निशान खड़े किए गए तो एक बार फिर से समिति बनाकर पीड़ित को गुमराह करने का काम किया गया। आपको बता दें कि पीड़ित का उपचार मुखर्जी हॉस्पिटल में सर्जरी के साथ हुआ जहां टाइटेनियम की प्लेट डाली गई लेकिन कुछ ही समय बाद वह टूट गई जिससे पीड़ित को शारीरिक मानसिक और आर्थिक क्षति पहुंची है जिसके लिए पीड़ित ने अब अस्पताल प्रबंधन के खिलाफ मोर्चा खोल रखा है।
जबलपुर से वाजिद खान की रिपोर्ट