पटना में वक्फ कानून के खिलाफ बड़ी रैली: सियासी गर्मी तेज, तेजस्वी बोले- “देश किसी के बाप का नहीं”
Big rally against Waqf law in Patna: Political heat intensifies, Tejashwi says- "The country does not belong to anyone's father"
पटना, बिहार – वक्फ कानून के खिलाफ पटना के गांधी मैदान में रविवार को एक बड़ी और ताकतवर रैली का आयोजन हुआ। इस रैली में राजनीतिक हलकों में हलचल तेज कर दी है, क्योंकि मंच पर एक साथ कांग्रेस, राजद और निर्दलीय नेताओं की मौजूदगी ने विपक्ष की एकजुटता का संकेत दिया।रैली में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व विदेश मंत्री सलमान खुर्शीद, राजद नेता और बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव, और पूर्णिया से निर्दलीय सांसद पप्पू यादव शामिल हुए। यह रैली वक्फ कानून को “जनविरोधी” और “संपत्ति हड़पने वाला” करार देते हुए मुस्लिम समाज के अधिकारों की बात करने के लिए आयोजित की गई थी।
तेजस्वी यादव का तीखा हमला: “देश किसी के बाप का नहीं”
राजद नेता तेजस्वी यादव ने मंच से भाजपा सरकार पर जोरदार हमला बोला। उन्होंने कहा:
“ये देश किसी के बाप का नहीं है। आज आपकी जमीन छीनी जा रही है, कल वोट देने का अधिकार भी छीन लिया जाएगा। नया नोटिफिकेशन आ चुका है कि चुनाव आयोग नई वोटर लिस्ट बना रहा है – ये सिर्फ शुरुआत है।”
तेजस्वी ने कहा कि आज गरीब, पिछड़े, दलित और अल्पसंख्यक समुदायों के अधिकारों को व्यवस्थित तरीके से कमजोर किया जा रहा है, लेकिन विपक्ष चुप नहीं बैठेगा। उन्होंने यह भी याद दिलाया कि स्वतंत्रता संग्राम में हिंदू और मुस्लिम एक साथ लड़े थे, और आज भी उसी एकता की ज़रूरत है।
सलमान खुर्शीद ने वक्फ कानून को बताया ‘संवैधानिक संकट’
कांग्रेस नेता सलमान खुर्शीद ने पटना एयरपोर्ट पर मीडिया से बात करते हुए कहा कि:
“हम वक्फ कानून का विरोध करने के लिए आए हैं, लेकिन यह केवल वक्फ की बात नहीं है, बल्कि संविधान को बचाने की भी लड़ाई है।”,उन्होंने कहा कि वोटर लिस्ट के पुनरीक्षण को लेकर सभी विपक्षी दलों में गंभीर चिंता है, और यह प्रक्रिया अगर पारदर्शिता से नहीं हुई, तो लोकतंत्र को गहरा नुकसान पहुंचेगा।
गया और राजगीर में भी सियासी हलचल
इधर, गया में रालोम नेता उपेंद्र कुशवाहा ने कोइरी समुदाय को एकजुट करने की दिशा में रैली को संबोधित किया। माना जा रहा है कि कुशवाहा बिहार की जातिगत सियासत में अपनी पकड़ फिर से मजबूत करना चाह रहे हैं।वहीं नालंदा के राजगीर में केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान ने ‘बहुजन भीम समागम’ को संबोधित किया। लोजपा (रामविलास) की ओर से दावा किया गया कि इस रैली में 3 लाख से अधिक बहुजन और पार्टी समर्थकों की भागीदारी रही।
राजनीतिक संदेश साफ है
पटना की वक्फ विरोधी रैली न सिर्फ एक कानून का विरोध था, बल्कि यह दिखाने की कोशिश भी थी कि भाजपा के खिलाफ अल्पसंख्यकों और वंचित वर्गों को एकजुट करने की कोशिशें अब खुलकर सामने आने लगी हैं। आगामी विधानसभा और लोकसभा चुनावों के मद्देनज़र यह रैली सियासी समीकरणों को नई दिशा दे सकती है।