गरीबों के बच्चों को शिक्षा से वंचित करना चाहती है सरकार: डॉ.सरिता बिंद
प्रदेश सरकार द्वारा 5 हजार प्राथमिक विद्यालयों के बंद व विलय के निर्णय के विरोध में समाजवादी महिला सभा ने किया जबरदस्त धरना-प्रदर्शन
ज्ञानपुर,भदोही। समाजवादी महिला सभा की जिलाध्यक्ष डॉ.सरिता बिंद के नेतृत्व में गुरुवार को महिलाओं ने कलेक्ट्रेट पर पहुंचकर प्रदेश सरकार द्वारा 5 हजार प्राथमिक विद्यालयों को बंद व विलय करने के निर्णय के विरोध में जोरदार तरीके से धरना-प्रदर्शन किया। जहां राज्यपाल के नाम संबोधित ज्ञापन डीएम को सौंपा गया।
इस दौरान जिलाध्यक्ष डॉ.सरिता बिंद ने कहा कि प्राथमिक विद्यालयों में गरीब परिवार के बच्चे पढ़ते हैं।
भाजपा सरकार स्कूलों को बंद कर गरीबों के बच्चों को शिक्षा से वंचित करना चाहती है। स्कूलों के बंद करने से इसका सीधा असर बालिकाओं की शिक्षा पर पड़ेगा। गांव के गरीब परिवार की बच्चियां घरों से दूर स्कूल कैसे जा पाएंगी। भाजपा चाहती है कि गरीब, पिछले व दलित के बच्चे शिक्षा से वंचित रहें। स्कूलों को बंद करना उनकी इसी साजिश का हिस्सा है। उन्होंने कहा कि सरकार के इस फैसले पर तत्काल रोक लगाई जाए। साथ ही रसोईयों को पुनः बहाल किया जाए। उनको सम्मानजनक मानदेय, नियमित नियुक्ति तथा सामाजिक सुरक्षा योजनाओं से जोड़ा जाए। सपा जिलाध्यक्ष प्रदीप यादव ने कहा कि आरटीई कानून के अनुसार प्रत्येक बस्ती में एक किमी की परिधि में प्राथमिक विद्यालय और 3 किमी के दायरे में उच्च प्राथमिक विद्यालय की व्यवस्था पुनः सुनिश्चित किए जाने की व्यवस्था दी गई है। सरकार उसपर काम करें। पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष श्यामला सरोज ने कहा कि शिक्षा के अधिकार अधिनियम के तहत जो मुलभूत सुविधाएं गरीब, पिछड़े व दलित बच्चों को मिलनी चाहिए। उससे उनको वंचित न किया जाए और शिक्षा का प्रसार समाज के निचले स्तर तक मिलता रहे। ऐसी व्यवस्था होनी चाहिए। पूर्व ब्लॉक प्रमुख भदोही सुनीता यादव ने कहा कि भाजपा सरकार शिक्षा समेत हर क्षेत्र में राज्य को पीछे ढकेलने का काम कर रही है। समाजवादी पार्टी की सरकार प्रदेश में बनेंगी तो हर स्तर पर शिक्षा को बेहतर बनाएंगी।
इस मौके पर सपा जिला महासचिव हृदय नारायण प्रजापति, हिरावती देवी, रन्नो देवी, मीरा देवी, पूजा देवी, आरती देवी, संगीता देवी, नीतू देवी आदि प्रमुख रूप से मौजूद रहें।