Deoria news, भगवान की शरणागति से सब कुछ संभव है आचार्य सुरेश मिश्र
भगवान की शरणाग गति से सब कुछ संभव है आचार्य सुरेश मिश्र
देवरिया।
स्थानीय बरहज नगर में स्वतंत्रता संग्राम सेनानी स्वर्गीय श्री विश्वनाथ त्रिपाठी की स्मृति में पांच दिवसीय श्री राम कथा के विश्राम दिवस पर, वाराणसी से पधारे श्री सुरेश मिश्रा ने श्रद्धालुओं को भगवत कथा का रसपान कराते हुए,कहाँ
कि भगवान की शरणागति से जीवन में सब कुछ संभव है मानस की चर्चा करते हुए सुंदरकांड की चौपाई चर्चा करते हुए कहा कि विभीषण की जब तक लंका में थे तब तक उन्हें तमाम अपमान सहने पड़े जब विभीषण जी ने माता जानकी को वापस करने की बात कही तो रावण ने विभीषण पर चरण से प्रहार किया आशिक कहीं से चरन प्रहारा अनुज गहेऊ पद बार ही बारा।
तुम पितु सरिस भले मोहि मारा राम भजेऊ हित नाथ, तुम्हारा। ।
लंका के साम्राज्य के कल्याण की बात करने वाले विभीषण जी को बार-बार अपमानित होना पड़ा इसलिए उन्होंने एक निर्णय लिया अब मैं भगवान की शरण में जाऊंगा जिनके चरण के स्मरण से जानकी जी लंका में सुरक्षित है जिनके चरण पादुका के स्मरण से, भरत की अयोध्या के राज्य का संचालन करते हैं जिनके चरणों में ब्रह्मा विष्णु महेश निरंतर सुख की अनुभूति करते हैं ऐसे भगवान के चरणों में विभीषण जी पहुंचे भगवान ने विभीषण को मित्र कहा कहो मित्र लंका में कैसे रह रहे थे जिस पर विभीषण जी ने कहा कि प्रभु मुझे कहीं नहीं रहना है आपकी शरण में ही रहेंगे भगवान ने कहा कि जो मेरी शरण में आता है वह सब कुछ त्याग देता है विभीषण जी ने कहा प्रभु जननी जनक बंधु सुत दारा
तन धन, सु हृदय परिवारा सबके ममता ताग बटोरि
मम हृदय बाधि बर डोरी
समदर्शी इच्छा कछु नाही।।
आपकी शरण में आने के बाद प्रभु मुझे कोई इच्छा नहीं रह गई जब मनुष्य सब कुछ छोड़कर भगवान के शरण में चला जाता है तो भगवान उसकी रक्षा इस तरह से करते हैं जैसे एक छोटे से बालक की रक्षा उसकी मां करती है।
कथा के दौरान वीरेंद्र त्रिपाठी,राजीवमिश्र ,बलभद्रत्रिपाठी ,प्रेमशंकर,पाठक, प्रभु नाथ शर्मा ,सुदर्शन यादव विद्यालय केसंचालक अरविंद त्रिपाठी ,मैनेजर तिवारी ,छोटेलाल तिवारी, आकृति त्रिपाठी, रागिनी सिंह, शिखा पांडे, सलोनी चौरसिया ,सलोनी सिंह, गौतमी शुक्ला, प्रियंका उपाध्याय ,राम गोपाल सोनकर ,बाल बिहारी तिवारी, सत्य प्रकाश तिवारी, राधेश्याम तिवारी, अनुपम त्रिपाठी,प्रिंस तिवारी , फयानाथ ,पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष वीरेंद्र गुप्ता ,उदय शंकर तिवारी, दया शंकर तिवारी, विद्याधर तिवारी, रमेश तिवारी अनजान, सहित काफी संख्या में श्रद्धालु जन उपस्थित रहे।