बलिया:आम लोगों को प्राथमिक चिकित्सा का ज्ञान न होने पर,कई जिंदगीया अस्पताल पहुंचते पहुंचते काल के गाल में समा जाती हैं
रिपोर्ट:राजू राय
बेल्थरारोड/बलिया:आम लोगों को प्राथमिक चिकित्सा का ज्ञान न होने के चलते कई जिंदगीया अस्पताल पहुंचते पहुंचते काल के गाल में समा जाती हैं। मौके पर प्राथमिक चिकित्सा से ऐसी जिंदगियां बचाई जा सकती है। ऐसे में लोगों को जागरूक करने की आवश्यकता है। उक्त बाते सोसाइटी फॉर इमरजेंसी मेडिसिन इंडिया यूपी चैप्टर के अध्यक्ष डॉ सुजीत सिंह ने जननायक चंद्रशेखर अस्पताल एवं कैंसर इंस्टिट्यूट द्वारा आयोजित “बीएलएस” प्रशिक्षण कार्यक्रम के अवसर पर बोल रहे थे। कार्यक्रम आगनबाड़ी कार्यकर्तियो के लिए आयोजित किया गया।कार्डियोपल्मोनरी रिससिटेशन (सीपीआर) कैसे करे ,इस तकनीक के बारे में बताया गया। यह इमरजेंसी मेडिकल टेक्निक है जिसके जरिए किसी व्यक्ति की सांस या दिल के रुक जाने पर उसकी जान बचाई जा सकती है। जब किसी व्यक्ति का दिल धड़कना बंद कर देता है, तो उसे कार्डिएक अरेस्ट होता है। कार्डिएक अरेस्ट के दौरान, हृदय मस्तिष्क और फेफड़ों सहित शरीर के बाकी हिस्सों में खून पंप नहीं कर सकता है। उपचार के बिना मृत्यु मिनटों में हो सकती है। सीपीआर में मरीज की छाती पर दबाव बनाया जाता है जिससे ब्लड फ्लो को बेहतर बनाने में मदद मिल सकती है। कार्यक्रम में वीडियो के माध्यम से व्यस्क और बच्चो को सीपीआर कैसे करे इसकी तकनीक के बारे में बताया गया। इस मौके पर प्रसाशनिक निदेशक अरुण कुमार सिंह, सुष्मिता सिंह ,सीडीपीओ सीयर सरस्वती साख्या, डॉ मृदुल राय,डॉ आनंद मोहन, आदि लोग मौजूद रहे।