आजमगढ़:बाजार की जीनत बनने से बेहतर है घर की जिम्मेदार बने औरतें,मौलाना ताहिर मदनी
रिपोर्ट:रोशन लाल
बिलरियागंज/आजमगढ़:आजमगढ़ जिला के बिलरियागंज थाना क्षेत्र के भवापुर गांव में15 फरवरी को एक जलसे का आयोजन किया गया जलसे को सफल बनाने के लिए भावपुर गांव के पूर्व प्रधान मोहम्मद आजम ने अनेक मौलवी मौलानाओं को बुलाया था। इसी कड़ी में जलसे की सदारत के लिए जामेअ तुलफलाह मदरसा बिलरियागंज के डायरेक्टर मौलाना ताहिर मदनी को बुलाया गया था ।ताहिर मदनी ने तकरीर करते हुए कहा कि आज समाज के अंदर बुराइयां चरम सीमा पर व्याप्त हैं जिसमें कहीं न कहीं हमारे घर की माता बहने भी जिम्मेदार हैँ। उन्होंने औरतें को समझतेे हुए कहा कि आज के दौर में चट्टी चौराहों पर गलियों बाजारों में हर जगह मां बहनों की भीड़ देखी जाती है जहां शर्म से सर नीचे करके चलना पड़ता है इसलिए माँ बहनों से गुजारिश है कि मां बहन मार्केट करना छोड़ दें और अपने घर को सजाने का काम करें तथा अपने बच्चों को तालीमदार बनाएं उन्होंने कहा कि घर जिंदगी की पहली पाठशाला है जहाँ से सभी लोग बहुत कुछ सीखते हैँ। छोटे बच्चे बड़ों को जो करते हुए देखते हैं वही सीखते हैं इसलिए मा की जिम्मेदारी है कि जब बच्चा 5 साल का हो जाए तो उसे नमाज के लिए मस्जिद की तरफ रवाना करें।और जब 10 साल का हो जाए तो उसे सजा देकर नमाज पढ़ने के लिए मस्जिद भेजा जाए और साथ-साथ मां बहन भी बाजार की खरीदारी से बाज आए और बाहर से खरीदारी की सारी जिम्मेदारी मर्दों के ऊपर छोड़ दें मर्दों की भी जिम्मेदारी बनती है कि औरतें की हर जरूरत को पूरा करें जिससे वह घर के अंदर रहे लेकिन यह तब पूरा होगा जब औरत और मर्द एक दूसरे को समझेंगे चाहेंगे मानेंगे औरतें को सब्र से कमम लेना चाहिएजो कुछ रुखा सुखा मिले उसे ओढ़ना पहनना खाना चाहिए ना कि दूसरों का देखकर मार्केट में जाकर भीड़ लगाकर अपना पैसा बर्बाद करना चाहिए। उन्होंने कहा किअगर आप अल्लाह के बताए हुए रास्ते पर चलेंगे तो कभी जिंदगी में फेल नहीं होंगे हमेशा आसमान की बुलंदियों पर पहुंचते रहेंगे कम से कम एक मर्द पर और औरत पर पांच वक्त की नमाज फर्ज है इसलिए आप लोग नमाज पढ़िएअल्लाह का घर आबाद रखिए क्योंकि अल्लाह राजी तो सब राजी नमाज ही एक ऐसी चीज है जो आदमी को हर बुराइयों से बचतीी है।