बैंकाक में होने वाले इंटरनेशनल चैंपियनशिप में चयन, लेकिन रोड़ा बनी गरीबी, क्या खेल पाएगा पेंटर का 12 साल का बेटा नूर मुहम्मद,कहां से आएंगे एक लाख रुपये

यूपी में खेल को आगे बढ़ाया जा रहा है।आगे बढ़ रहे मासूम ताइक्वांडो खिलाड़ी के सामने गरीबी सबसे बड़ा रोड़ा बन रही है. ऐसा ही मामला जौनपुर में सामने आया है(surfaced in jaunpur)जहां बेबस माता-पिता के पास एक लाख रुपया न होने के कारण अपने बच्चे को बैंकाक में होने वाले अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिता में चयन होने के बाद भी नहीं भेज पा रहे हैं।आइए बताते हैं पूरा मामला।आपको बता दें कि इस होनहार खिलाड़ी के माता-पिता अपने बेटे के भविष्य के लिए आर्थिक मदद के लिए नेता मंत्री और अधिकारियों से गुहार लगा चुके हैं।कहीं दुत्कार मिली,तो कही आश्वासन की घुट्टी पिलाई गई. चौंकाने वाली बात ये है कि प्रतिभावान खिलाड़ी का ये हाल प्रदेश के खेल मंत्री गिरीश चंद्र यादव और खेल प्रेमी सांसद श्याम सिंह यादव जिले का है।आपको बता दें कि जौनपुर नगर से सटे बसीरपुर गांव के निवासी मो0 आसिफ का 12 साल का बेटा नूर मोहम्मद ताइक्वांडो खिलाड़ी है.(MP Shyam Singh Yadav belongs to the district. Let us tell you that Noor Mohammad, 12 years old son of Mo. Asif, a resident of Basirpur village adjacent to Jaunpur city, is a Taekwondo player.) नूर ने अब तक देश में होने वाली आधा दर्जन प्रदेश और राष्ट्रीय प्रतियोगिता में गोल्ड मेडल जीता है।उसने कम उम्र में ही लखनऊ.पंजाब, मेरठ.गोवा. अमृतसर और चंदौली में आयोजित गेम में जिले का नाम रोशन किया है। वहां.देश के अन्दर होने वाली प्रतियोगिता का खर्च उसके माता पिता ने मेहनत मजदूरी करके उठा लिया।लेकिन अब बैंकाक होने वाली अतंरराष्ट्रीय प्रतियोगिता में बेटे का चयन हो गया है।इस प्रतियोगिता में आने-जाने और खाने में लगने वाला खर्च लगभग एक लाख रुपये है।इस खर्च को अब माता-पिता नहीं उठा सकते है।इस मामले में नूर मोहम्मद की मां ने बताया कि मेरे पति पेंटर का काम करते हैं।प्रतिदिन मिलने वाली पांच सौ रूपये की दिहाड़ी से घर का खर्च चलता है।उसी में पैसा बचाकर बेटे को खेलने के लिए रखा जाता है।अब मेरा बेटा जिले और देश का नाम रोशन करने के लायक हो गया है।मामले में खिलाड़ी नूर मोहम्मद के पिता मो. आसिफ ने जानकारी दी, उन्होंने बताया कि बेटे के भविष्य के लिए हम आर्थिक मदद के लिए जिलाधिकारी.खेल मंत्री गिरीश चंद्र यादव.जफराबाद के विधायक जगदीश नारायण राय.सांसद श्याम सिंह यादव के पास गए,तब डीएम ने कड़े तेवर जवाब देते हुए कहा कि मेरे पास ऐसा कोई फण्ड नहीं है.जिससे खिलाड़ियों की मदद की जा सके. उसके बाद वह सांसद श्याम सिंह यादव के पास गए.तो उन्होंने मदद करने का आश्वासन दिया है.लेकिन अब देखना है कि पूर्व सांसद धनंजय सिंह के पास जाकर मदद की गुहार लगाएंगे,आसिफ ने बताया कि मेरा बेटा यह प्रतियोगिता जीत लिया तो उसका चयन 2024 में होने वाले ओलंपिक में हो जाएगा,मामले में सांसद श्याम सिंह यादव ने कहा कि मेरे दिल में इस खिलाड़ी के लिए जगह है मै पूरा सहयोग कंरूगा. यदि समय रहते इस प्रतिभावान खिलाड़ी को सहायता नहीं मिला तो देश के एक और खिलाड़ी की भ्रूण हत्या होना तय हैं.

Related Articles

Back to top button