झांसी में अतीक अहमद के बेटे असद का पोस्टमार्टम तो प्रयाग में अतीक अहमद और अशरफ 96 घंटे के पुलिस के हवाले

उमेश पाल हत्याकांड में पूछताछ के लिए धूमनगंज पुलिस को माफिया अतीक अहमद और उनके छोटे भाई अशरफ की चार दिन रिमांड मिल गई है,एक ओर झांसी में अतीक के बेटे असद का एनकाउंटर के बाद अब उसके पोस्टमार्टम की प्रक्रिया जारी है(The Dhumanganj police have got four-day remand of Mafia Atiq Ahmed and his younger brother Ashraf for questioning in the Umesh Pal murder case, on the one hand, after the encounter of Atiq’s son Asad in Jhansi, now the process of his postmortem is going on)वहीं दूसरी ओर प्रयागराज में माफिया ब्रदर्स की रिमांड भी शुरू हो गई। अतीक अहमद और अशरफ 13 से 17 अप्रैल की शाम पांच बजे तक करीब 96 घंटे पुलिस रिमांड पर रहेंगे। इस दौरान पुलिस उमेश पाल हत्याकांड मामले में पूछताछ करेगी। इसको लेकर पुलिस ने 200 सवालों की लिस्ट तैयारी की है, जो दोनों माफिया ब्रदर्स से पूछे जाएंगे,माना जा रहा है कि इन सवालों में कई राज खुल सकते हैं। दरअसल अतीक को गुजरात की साबरमती जेल से और अशरफ को बरेली जेल से प्रयागराज की नैनी जेल लाया गया था। यहां से गुरुवार सुबह दोनों को सीजेएम कोर्ट में पेश किया गया। कोर्ट में बहस-बाजी शुरू हुई और कोर्ट ने दोनों 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा है। हालांकि पुलिस लगातार दोनों भाइयों की सात दिन की रिमांड मांग रही थी, लेकिन कोर्ट ने दोनों भाइयों को चार दिन की पुलिस रिमांड पर भेज दिया।बता दें कि पुलिस इन दोनों से उमेश पाल हत्याकांड के शूटरों से लेकर अतीक के बेटे असद और पत्नी शाइस्ता परवीन की लोकेशन जानने की कोशिश में जुटेगी। उनसे सीधे तौर पर पूछा जाएगा कि असद और शाइस्ता कहां है। इसके अलावा उनके जेल में रहते हुए इस साजिश में शामिल होने से जुड़े भी कई सवाल पूछे जाएंगे। जिनमें जेल में रहते हुए घटना के पहले शूटरों से मुलाकात और उनसे फोन पर बात करने का कारण भी शामिल है। पुलिस के पास कई वीडियो सबूत भी हैं जो साबित करते हैं कि शूटरों ने जेल में घटना से पहले अशरफ से मुलाकात की थी।वहीं शूटरों के पास बात करने के लिए सभी को आईफोन दिए गए थे और जेल में अतीक ने भी फोन से अपने बहनोई से बात की थी। वहीं गुरुवार को पेशी के लिए लाए गए अतीक और अशरफ को कड़ी सुरक्षा में कोर्ट में पेश किया गया। इस दौरान वकील और पुलिस आमने-सामने भी आ गए। पुलिस ने रोकने की कोशिश की तो उनके साथ धक्का-मुक्की की गई। दोनों की सुरक्षा का पुख्ता इंतजाम किया गया था। अतीक तो देखते ही वकीलों ने वहां पर नारेबाजी शुरू कर दी। पुलिस ने घेरा बनाकर सुरक्षा का इंतजाम किया। आगे जाने से रोकने पर पुलिस और वकीलों में नोकझोंक भी हुई। वकीलों का कहना था कि उन्हें क्यों रोका जा रहा है। सुरक्षा के मद्देनजर पुलिस ने सख्ती की थी,

Related Articles

Back to top button