महापंडित राहुल सांकृत्यायन की जयंती पर पुस्तक लोकार्पण पर्व मनाया गया
रिपोर्ट:चंदन शर्मा
रानीकीसराय आजमगढ़।महापंडित राहुल सांस्कृत्यायन का परिनिर्वाण दिवस जन्म स्थली पंदहा मे मनाया गया।प्रतिमा पर माल्यार्पण कर पुस्तकालय सभागार मे संगोष्ठी मे वक्ताओं ने कहा सामाजिक क्रांति के अग्रदूत थे राहुल सांस्कृत्यायन।
महापंडित राहुल सांस्कृत्यायन का जन्म9अप्रैल को पंदहा गाव मे हुआ था जबकि 14अप्रैल को दार्जिलिंग मे महान यायावर ने इस जहा को अलविदा कह दिया।शुक्रवार को परिनिर्वाण दिवस पर जन्म स्थली पर विविध कार्यक्रम हुए।प्रातः से दोपहर तक सामाजिक चिंतकों द्वारा प्रतिमा पर माल्यार्पण का क्रम चलता रहा।जनपुस्तकालय सभागार मे आयोजित गोष्ठी मे भाजपा जिला मंत्री डा.शैलेंद्र यादव ने कहा कि राहल के विचार आज भी प्रासंगिक है।भारतीय मनीषियों मे अग्रणी विचारक.साम्यवादी चिंतक.क्रांति के अग्रदूत. सार्वदेशिक दृष्टि से घुमक्कड़ी प्रबृत्ति के महान पुरुष थे राहुल।शिक्षक अभिमन्यु यादव ने कहा कि अध्ययन और ज्ञान की पिपासा ने उन्हें शोधार्थी और घुमक्कड़ी स्वभाव का बना दिया।जहा गये देखा और उसे बिचारो मे पिरोया।कामरेड डा.जितेंद्र हरि पांडे ने कहा कि अपनी विद्वता के बीच मातृभाषा हिंदी के प्रति मन मे अगाधप्रेम था।आर्यसमाज. मार्कसवाद.और बौद्ध मत से प्रभावित हुए।गोष्ठी को शिक्षिका प्रिया राय.राकेश राय.हरिगेन राम.सतीश पाठक.अमरजीत यादव.डा.शहनवाज .आदि ने विचार व्यक्त किया।संयोजक राधेश्याम पाठक ने आभार जताया,रानीकीसराय।राहुल सांकृत्यायन के अवसान दिवस और डॉ भीमराव अंबेडकर की जयंती पर भारतीय कम्युनिस्ट द्वारा राष्ट्रीय अभियान के तहत 14 अप्रैल से 15 मई तक मजदूरों,किसानों के बीच जाकर उन्हें राहुल,अम्बेडकर के विचारों से जोड़ना है।राहुल जन्मस्थान से आज इसे शुरु किया गया ।अभियान पूरे एक माह तक गांव गांव जाकर जनता से संवाद कर जागरूक किया जायेगा।जितेंद्र पांडे ने कहा कि यह जनचेतना अभियान है।