घोसी लोकसभा से 6बार ताल ठोक ने वाले भाकपा के राष्ट्रीय सचिव के आकस्मिक निधन से पुराक्षेत्र मर्माहत।
रिपोर्ट:अशोक श्रीवास्तव।घोसी।मऊ।
घोसी।अखिल भारतीय किसान सभा के राष्ट्रीय महासचिव एवं भाकपा केराष्ट्रीय सचिव कामरेड अतुल कुमार सिंह अंजान का घोसी लोकसभा का प्रतिनिधित्व करने का सपना अधूरा रह गया।वही क्षेत्रीय जनता को इस गलती का आजीवन एहसास होता रहेगा।अतुल अंजान जी के निधन के बाद आयोजित शोक सभा मे शुभचिन्तको का दर्द छलका।2014 एवं 2019 में अखिलेश यादव जी स्व मुलायम सिंह यादव के निर्देश पर अतुल अंजान जी को टिकट दिया होता तोआज स्थित दूसरी होती।
लखनऊ विश्वविद्यालय से सन्न 1977 में छात्र राजनीति से अपनी कैरियर शुरु करके लखनऊ विश्व विद्यालय के अध्यक्ष बनने वाले कामरेड अतुल कुमार सिंह अंजान घोसी लोकसभा सीट से वर्ष 1998,1999,2004,2009,2014 एवं 2019 में कुल छः बार अपनी दावेदारी की परन्तु क्षेत्रीय जनता ने छः बार नकार दिया फिर भी अपनी मनोबल को गिरने नहीं दिया और बार बार चुनाव लड़ते रहे और अंत में शुक्रवार की भोर में जिंदगी की जंग से हार गये।वे सदैव क्षेत्र की समस्याओं के संघर्ष करते रहे और किसानों,बुनकरों,मजदूरों ,व्यापारियों एवं विद्यार्थियों के हकों की लड़ाई लड़ते रहे ।जिसके लिए उन्हे आजीवन क्षेत्र की जनता याद करती रहेगी।बगैर सांसद या विधायक बनें ही जनता की दिलों बस गये थे कामरेड अतुल कुमार सिंह अंजान ।शोक व्यक्त करने वालो में का रामनरायण सिंह, शेख हिसामुद्दीन, सुदर्शन कुमार, अरविंद राय, मनोज सिंह, रूपेन्द्र भारती, अशोक श्रीवास्तव, शिवाकांतमिश्र, विनोद कुमार राय , कांग्रेस जिलाध्यक्ष इंतेखाब आलम, भाजपा के क्षेत्रीय महामंत्री सुनील कुमार गुप्ता,
चेयरमैन मुन्ना प्रसाद गुप्ता,पूर्व ब्लाक प्रमुख जयहिंद यादव, इकराम प्रधान, हाजी गुफरान अहमद, उदयनारायन राय, जगरनाथ चौहान, पीएन सिंह एडवोकेट, वीरेंद्र चौरसिया, मनोज कुमार, सुदर्शन, अरबिंद राय,राहुल राय, जयराम यादव, रामजन्म आदि शामिल रहे। वही तहसील बार एसोशिएशन घोसी में भी शोक संवेदनाएं प्रकट की गई।जिसमें जयहिंद , बृजेश पाण्डेय,भुवेश कृष्ण श्रीवास्तव,अनिल कुमार मिश्र, अतुल शर्मा,अखिलेश सिंह, अभिमन्यु सिंह आदि शामिल रहे।