विहिप ने अमित शाह को लिखा पत्र, हिंदू शरणार्थियों को नागरिकता प्रदान करने के लिए जताया आभार
VHP writes letter to Amit Shah, thanks him for granting citizenship to Hindu refugees
विश्व हिंदू परिषद (विहिप) ने सीएए के अंतर्गत पाकिस्तान, अफगानिस्तान और बांग्लादेश से आए हिंदू शरणार्थियों को नागरिकता प्रदान करने के लिए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को पत्र लिखकर आभार जताया है।
नई दिल्ली, 16 मई । विश्व हिंदू परिषद (विहिप) ने सीएए के अंतर्गत पाकिस्तान, अफगानिस्तान और बांग्लादेश से आए हिंदू शरणार्थियों को नागरिकता प्रदान करने के लिए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को पत्र लिखकर आभार जताया है।
विहिप ने शाह को लिखे अपने पत्र में उनका सार्वजनिक अभिनंदन करने की इच्छा व्यक्त करते हुए समय भी मांगा है। विहिप के दिल्ली प्रांत मंत्री सुरेंद्र गुप्ता ने अमित शाह को पत्र लिखकर उनका अभिनंदन करते हुए कहा कि एक लंबे संघर्ष के पश्चात जिहादी धर्मांतरण का शिकार होने से बच गए हिंदू समाज के लोग भारत में शरणार्थी के रूप में पाकिस्तान, अफगानिस्तान और बांग्लादेश से आए। ये सभी उन देशों में अल्पसंख्यक थे, लेकिन, दुर्भाग्य से मजहबी इस्लामिक शासन होने के कारण इनको प्रताड़ना का शिकार होना पड़ा। हर प्रकार के दुःख झेलने पड़े।
उन्होंने अपने पत्र में लिखा कि इन हिंदू शरणार्थियों को उन देशों में बंधक मजदूर बनकर जीवन यापन करना पड़ा। इनके बच्चों को शिक्षा से वंचित रखा गया। इनकी माताओं, बहनों, बेटियों, पत्नियों के साथ दुर्व्यवहार किया गया। उन देशों में मजहबी न्याय व्यवस्था होने के कारण इनको न्यायालयों से न्याय नहीं मिला। इतना सब झेलने के बाद जब उनका धैर्य बर्दाश्त से बाहर हो गया तो इन सभी ने वहां से पलायन करके भारत की ओर प्रस्थान किया क्योंकि जब भी कोई हिंदू विदेश की किसी भी धरती पर प्रताड़ित होता है या उसके साथ दुर्व्यवहार होता है या उसके साथ भेदभाव होता है तो उसके पास भारत के अलावा आशा की कोई और दूसरी किरण नहीं होती है। आजादी के बाद भी एक लंबे समय तक इनकी इस आशा और आकांक्षा को दुर्लक्ष किया गया और इसी उपेक्षा के कारण से भारत की धरती पर विश्व हिंदू परिषद का जन्म हुआ।
उन्होंने कहा कि विश्व हिंदू परिषद के प्रारंभिक उद्देश्यों में से एक महत्वपूर्ण उद्देश्य यह भी था कि पूरे विश्व में जहां कहीं भी हिंदू प्रताड़ना का शिकार होंगे या हिंदू को किसी सहायता या सहयोग की आवश्यकता होगी तो विश्व हिंदू परिषद उसकी आवाज बनेगा।
विहिप नेता ने गृह मंत्री शाह को लिखे अपने पत्र में आगे कहा, “मैं विहिप दिल्ली प्रांत का मंत्री होने के नाते से आपको बताना चाहता हूं कि दिल्ली के अंदर भी ऐसे छह स्थानों पर विहिप ने हिंदू शरणार्थियों के रहने, उनके बच्चों के लिए शिक्षा और परिवार के लिए संस्कार की व्यवस्था आदि में सहयोग किया है। हर सुख-दुःख की घड़ी में विहिप के कार्यकर्ता उनके साथ खड़े रहें हैं।”
गुप्ता ने लिखा, “केंद्र में भाजपा की सरकार आने के बाद इस विषय पर सरकार ने संवेदना दिखाई और उसके लिए गंभीर प्रयास किए। प्रधानमंत्री मोदी और गृह मंत्री शाह के व्यक्तिगत प्रयासों और भाजपा के सामूहिक संकल्प के कारण यह दिन हम सब के जीवन काल में देखने के लिए मिला। इन सब बंधुओं की आंखों में हमने नागरिकता मिलने की खुशी के आंसू देखे और हम सब भी उनकी इस खुशी को देख कर और हमारे प्रयासों के सुखद परिणाम आने से बहुत आनंद का अनुभव कर रहे हैं।”