जाम की झाम में फंसा रहता है मुसंफी चौराहा
रिपोर्टर संजय सिंह
रसड़ा (बलिया) जाम की झाम में रसड़ा का मुसंफी चौराहा, हालात यह की इस चौराहे पर जाम में जब आदमी निकलना चाहे तो घंटो लगा जाती है मुसंफी के आसपास पास फूटपाथ जीविकोपार्जन करने वाले फल बेचने वाले ठेला पर फल तमाम प्रकार समान बेचने वाले ठेला लगाकर रहते है
तो चार पहिया वाहन दोपहिया बाइक को बेतरतीब खड़ा कर बैंक कार्य या खरीदारी करते है जिससे लोगो को आने जाने में मुसंफी से जस्ट पूरब हास्पीटल स्थिति है जिसमें गम्भीर घायल या मरीज़ का जाना दुश्वार हो जाता है तो दूसरे एम्बुलेंस में अगर सीरियसली मरीज़ है तो हास्पीटल मेंं पहुंचते पहुंचते ही स्थिति होती है की कही दम न तोड़ दे यह संका बनी रही रहती है।
आलम यह कि रसड़ा नगर मेंं कोई पार्किग की व्यवस्था नही है या न तो चार पहिया वाहन का प्रवेश बर्जित है जबकि नगर में चार पहिया वाहन को सुबह 10 बजे से 8 बजे राय तक रोक लगाना नगर पालिका नगर बाजार शहर सीटी होने से अधिकार क्षेत्र में आता है वह भी नगण्य है इस संबध में नगर के संभ्रांत लोगो व समाज सेवी वर्ग ने ध्यान केंद्रित कराते हुए मांग की है ताकि जाम से जनहित में निजात मिल सके।