पीएम नरेंद्र मोदी , राहुल गांधी और अरविंद केजरीवाल की चुनावी जनसभाओं से बढ़ा दिल्ली का सियासी पारा

PM Narendra Modi, Rahul Gandhi and Arvind Kejriwal's election rallies raised the political mercury in Delhi

लोकसभा चुनाव को लेकर दिल्ली में चल रहे चुनाव प्रचार अभियान के बीच शनिवार को दिल्ली का सियासी पारा भी गर्म मौसम की तरह उफान पर आ गया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी और दिल्ली के सीएम एवं आप सुप्रीमो अरविंद केजरीवाल ने शनिवार को दिल्ली में चुनावी रैलियां कर अपने-अपने उम्मीदवारों के लिए वोट मांगे।

नई दिल्ली, 18 मई । लोकसभा चुनाव को लेकर दिल्ली में चल रहे चुनाव प्रचार अभियान के बीच शनिवार को दिल्ली का सियासी पारा भी गर्म मौसम की तरह उफान पर आ गया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी और दिल्ली के सीएम एवं आप सुप्रीमो अरविंद केजरीवाल ने शनिवार को दिल्ली में चुनावी रैलियां कर अपने-अपने उम्मीदवारों के लिए वोट मांगे।

पीएम मोदी ने अपनी चुनावी जनसभा में कांग्रेस और आप के गठबंधन पर कटाक्ष करते हुए कहा कि दिल्ली और हरियाणा में दोस्ती और पंजाब में कुश्ती, यह ढोंग कब तक चलेगा? दुनिया देख रही है कि कैसे एक भ्रष्टाचारी दूसरे भ्रष्टाचारी को कवर दे रहा है।

पीएम मोदी ने शनिवार को उत्तर-पूर्वी दिल्ली के घोंडा विधानसभा में पूर्वी दिल्ली से पार्टी उम्मीदवार हर्ष मल्होत्रा, चांदनी चौक से प्रवीण खंडेलवाल और उत्तर पूर्व दिल्ली से पार्टी उम्मीदवार मनोज तिवारी के समर्थन में जनसभा को संबोधित करते हुए विपक्षी गठबंधन पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि इंडी गठबंधन दिल्ली को तबाह करने में जुटा है, ये लोग दिल्ली को लूटने का कोई मौका नहीं छोड़ते हैं।

उन्होंने विपक्षी गठबंधन को मौकापरस्त गठबंधन बताते हुए कहा कि ये मौकापरस्त गठबंधन तुष्‍टीकरण के लिए देश में हिंसा भी फैला सकता है। पीएम मोदी ने कांग्रेस की हालत पर कटाक्ष करते हुए कहा कि 4 पीढ़ियों तक दिल्ली पर राज करने वाली कांग्रेस में आज दिल्ली की 4 सीट पर लड़ने की ताकत भी नहीं रही है और कांग्रेस की हालत अब इतनी खराब हो गई है कि यह वहां भी नहीं लड़ पा रही है, जहां इनका 10, जनपथ (सोनिया गांधी का आवास) का दरबार है। लेकिन फिर भी कांग्रेस का घमंड नहीं टूटा है।

पीएम मोदी के हमले का जवाब देते हुए राहुल गांधी ने कहा कि दोनों दलों के कार्यकर्ता इस चुनाव में मिले हैं, सब लोग संविधान को बचाने के लिए साथ आए हैं और केजरीवाल कांग्रेस का बटन दबाएंगे और वह स्वयं आम आदमी पार्टी का बटन दबाएंगे।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी रैली में तुष्‍टीकरण को लेकर कांग्रेस पर बड़ा हमला बोलते हुए कहा कि कांग्रेस के शहजादे (राहुल गांधी) लोगों की संपत्ति का आधा हिस्सा छीनकर अपने वोट बैंक को देना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने पहले भी इस तरह का काम किया था और 2014 में लोकसभा चुनाव की घोषणा होने के समय वोट पाने के लिए मनमोहन सिंह की रिमोट कंट्रोल वाली सरकार जिसे सोनिया गांधी पीछे से चलाती थी ने वोट बैंक के लिए वोट जिहाद करने वालों से समझौता कर दिल्ली की बेशकीमती 123 संपत्तियों को रातों-रात वक्फ बोर्ड को सौंप दिया था, ताकि इनका वोट बैंक खुश होकर इन्हें वोट दें।

 

वहीं कांग्रेस के तीनों उम्मीदवारों – जयप्रकाश अग्रवाल, कन्हैया कुमार और उदित राज की मौजूदगी में लोगों को संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने कहा कि ईडी ने उनसे 55 घंटे तक पूछताछ की। उनका घर छीन लिया गया, लेकिन उनके पास हिंदुस्तान में करोड़ों घर हैं, लोगों के दिलों में उनका घर है। उन्होंने नफरत के बाजार में मोहब्बत की दुकान खोली है।

पीएम मोदी ने विकसित भारत के लिए अपने संकल्पों को लोगों के सामने रखते हुए और पिछले 10 वर्षों के दौरान दिल्ली में उनकी सरकार द्वारा किए गए विकास कार्यों को गिनाते हुए कहा कि देश में एक मजबूत सरकार की जरूरत है और इसके लिए उन्हें मजबूत साथियों की जरूरत है, इसलिए दिल्ली के लोगों को हर बूथ में कमल खिलाकर भाजपा के सभी सातों उम्मीदवारों को विजयी बनाना होगा।

रैली में उपस्थित लोगों की भीड़ से उत्साहित प्रधानमंत्री मोदी ने दावा किया कि लोगों के उत्साह, उमंग और इस अपार भीड़ को देखकर यह लग रहा है कि देश में फिर एक बार मोदी सरकार बनने जा रही है। वहीं राहुल गांधी ने दिल्ली की जनता से 3 सीटों पर हाथ के निशान पर और बाकी की चार सीटों पर झाड़ू के निशान पर वोट डालने की अपील करते हुए दावा किया कि कांग्रेस आप के साथ मिलकर दिल्ली की सभी सातों सीटों पर जीतने जा रही है।

 

राहुल गांधी ने अरविंद केजरीवाल और हेमंत सोरेन की गिरफ्तारी का भी जिक्र करते हुए भाजपा सरकार पर निशाना साधा। वहीं दिल्ली के मुख्यमंत्री एवं आप मुखिया अरविंद केजरीवाल ने कई नुक्कड़ सभाओं को संबोधित करते हुए अपनी गिरफ्तारी का मुद्दा भी उठाया।

 

केजरीवाल ने भाजपा की सरकार नहीं बनने का दावा करते हुए दिल्ली की जनता से सभी सातों सीटों पर आप-कांग्रेस गठबंधन के उम्मीदवारों को वोट देने की अपील की। उन्होंने कहा कि दिल्ली में इस बार इस बात पर वोट पड़ेगा कि लोग केजरीवाल को जेल भेजना चाहते हैं या बाहर रखना चाहते हैं। उन्होंने भाजपा सरकार पर अपने पीए विभव के अलावा पार्टी नेताओं को एक-एक करके जेल में डालने का आरोप लगाते हुए कहा कि वह रविवार को दोपहर 12 बजे अपनी पार्टी के शीर्ष नेताओं, विधायकों और सांसदों के साथ भाजपा मुख्यालय जा रहे हैं।

 

 

इस बीच, उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, नवनीत राणा, भाजपा राष्ट्रीय महासचिव अरुण सिंह और भाजपा के कई अन्य नेताओं के अलावा कांग्रेस और आप के अन्य नेताओं ने भी दिल्ली के अलग-अलग इलाके में चुनाव प्रचार कर अपनी-अपनी पार्टी के उम्मीदवारों के लिए जनता से वोट देने की अपील की।

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