सिंध सरकार ने करतारपुर जैसे धार्मिक गलियारे का प्रस्ताव रखा
The Sindh government proposed religious corridors like Kartarpur
इस्लामाबाद, 6 जून । पाकिस्तान के सिंध के पर्यटन मंत्री जुल्फिकार अली शाह ने गुरुवार को कहा कि हिंदू और जैन धर्म के श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए प्रांत में करतारपुर जैसा धार्मिक गलियारा स्थापित किया जा सकता है।
अली शाह ने कहा कि गलियारा उमरकोट और नगरपारकर में बनाया जा सकता है, ताकि हिंदू और जैन श्रद्धालु वहां प्राचीन मंदिरों में पूजा कर सकें।
जियो न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, मंत्री जुल्फिकार अली शाह ने यह प्रस्ताव दुबई में एक टूरिज्म प्रमोशन इवेंट में रखा। उन्होंने कहा कि सिंध के उन इलाकों में बड़ी संख्या में हिंदू और जैन लोग जाना चाहते हैं, जहां बड़ी संख्या में मंदिर हैं।
श्री शिव मंदिर को सिंध के सबसे पुराने हिंदू मंदिरों में से एक माना जाता है। यह मंदिर पाकिस्तान के एकमात्र हिंदू बहुल जिले उमरकोट में है।
ऐसा माना जाता है कि इस मंदिर का निर्माण दो हजार साल से भी पहले हुआ था। लेकिन एक स्थानीय हिंदू समुदाय के नेता ने दावा किया कि यह पांच हजार साल पुराना है।
इस मंदिर का प्रबंधन ऑल हिंदू पंचायत करती है। इसने नियमित मरम्मत और रखरखाव के अलावा हर साल बढ़ती संख्या में तीर्थयात्रियों की सुविधा के लिए एक गेस्ट हाउस, कम्युनिटी हॉल और अन्य कई सुविधाएं भी बनाई हैं।
उमरकोट में काली माता मंदिर, कृष्ण मंदिर, मनहर मंदिर और कठवारी मंदिर भी है। नगरपारकर में 14 जैन मंदिर हैं।
जुल्फिकार अली शाह ने यह भी सुझाव दिया कि सिंध सरकार धार्मिक पर्यटकों के लिए भारत से सुक्कुर या लरकाना के लिए साप्ताहिक फ्लाइट शुरू कर सकती है।