ब्रिक्स देशों ने विकासशील देशों के साथ विदेश मंत्रियों की वार्ता की
BRICS countries held foreign ministers' talks with developing countries
बीजिंग, 12 जून : सीपीसी केंद्रीय समिति के पोलित ब्यूरो के सदस्य और चीनी विदेश मंत्री वांग यी ने निज़नी नोवगोरोड में ब्रिक्स और विकासशील देशों (ब्रिक्स प्लस) के बीच विदेश मंत्रियों की वार्ता में भाग लिया।
10 ब्रिक्स देशों ने थाईलैंड, लाओस, वियतनाम, बांग्लादेश, श्रीलंका, कजाकस्तान, बेलारूस, तुर्की, मॉरिटानिया, क्यूबा, वेनेजुएला और बहरीन सहित 12 महत्वपूर्ण क्षेत्रीय प्रतिनिधि विकासशील देशों के साथ आदान-प्रदान किया।
वांग यी ने कहा कि ब्रिक्स प्लस व्यापक उभरते बाजारों और विकासशील देशों के उन्मुख ब्रिक्स देशों का एक महत्वपूर्ण संवाद मंच है। इसने लंबे समय से ब्रिक्स के विकास में जीवन शक्ति और प्रोत्साहन प्रदान किया है और यह दक्षिण-दक्षिण सहयोग का बैनर बन गया है।
वांग यी ने तीन विचार रखे कि कैसे विकासशील देश बदलावों के बीच नए अवसर खोल सकते हैं और संकटों के बीच नए अवसर पैदा कर सकते हैं। सबसे पहले सार्वभौमिक सुरक्षा बनाए रखें और चुनौतियों का सामना करने के लिए मिलकर काम करें। दूसरा, विकास की प्राथमिकता पर कायम रहें और प्रगति के लिए तालमेल जुटाएं। तीसरा, निष्पक्षता और न्याय का पालन करें और वैश्विक शासन में सुधार करें।
सभी पक्षों ने ब्रिक्स देशों और विकासशील देशों के बीच विदेश मंत्रियों की वार्ता के महत्वपूर्ण रणनीतिक महत्व का उच्च मूल्यांकन किया। उनका मानना है कि ब्रिक्स प्लस मॉडल विकासशील देशों के बीच एकता और सहयोग को बढ़ावा देने, ‘ग्लोबल साउथ’ के प्रभाव को बढ़ाने और अधिक न्यायपूर्ण और उचित अंतर्राष्ट्रीय व्यवस्था का निर्माण करने में मदद कर सकता है।
(साभार- चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)