Burhanpur news:जनसुनवाई का आयोजन:एडीएम और डिप्टी कलेक्टर ने सुनी समस्या, बंद पड़ी ताप्ती मिल को दोबारा चालू करने की मांग
रिपोर्ट:रुपेश वर्मा
Burhanpur:उप नगर लालबाग स्थित बंद पड़ी ताप्ती मिल को दोबारा चालू करने की मांग की गई है। इसे लेकर मजदूरों ने जनसुनवाई में पहुंचकर शिकायत की। शेख हाशिम रफीक, निजामुद्दीन सैफुद्दीन, अरशद खान, फैजल पिता फारूक, अनीस पिता मुश्ताक आदि ने कहा- हम ताप्ती मिल में 5 साल से कार्यरत हैं। लॉकडाउन के समय से मिल बंद है जो आज तक चालू नहीं कराई गई।मार्च 20 तक 6 हजार रूपए महीना दिया जाता था, लेकिन लाकडाउन के बाद से यह राशि बंद है। ऐसे में हम आर्थिक तंगी के दौर से गुजर रहे हैं। करीब 50 से अधिक कर्मचारियों को अब तक पेमेंट नहीं मिला है। मजदूरों ने मांग की है कि हमारी राशि दिलाई जाए साथ ही बंद पड़ी मिल को चालू करवाया जाए।
पीएम आवास योजना की किश्त नहीं मिलने से परेशान
पीएम आवास योजना के तहत एक हितग्राही का नाम पोर्टल पर दो बार दर्ज होने के बाद काट दिया गया। इधर, हितग्राही एक लाख रूपए की राशि खाते में आने के बाद अपना पूरा मकान जमींदोज कर चुका था जबकि अब नाम कटने से दूसरी किस्त नहीं मिल रही है।
मेहबूब पिता शकूर शाह निवासी वार्ड नंबर 13 सरदार भगतसिंह वार्ड शाहपुर ने जनसुनवाई में अफसरों को शिकायत की कि प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत मेरे नाम की इंट्री डलब दर्ज हो गई जबकि मुझे 1 नवंबर 22 को बैंक ऑफ इंडिया के खाते में एक लाख रूपए की पहली किस्त मिल गई थी। उसने बताया कि एक लाख की किस्त मिलने पर मैंने अपना पूरा मकान जमींदोज कराकर काम चालू कराया था, लेकिन बाद में डबल इंट्री के कारण नाम ही कट गया। ऐसे में दूसरी किस्त नहीं मिल पा रही है।पीड़ित ने कहा मेरे परिवार को रहने की कोई व्यवस्था नहीं है। नगर परिषद द्वारा पोर्टल पर डबल इंट्री को दुरूस्त करने के चक्कर में दोनों नाम हटा दिए गए हैं। बार-बार कार्यालय पहुंचकर दूसरी किस्त की मांग की जा रही है, लेकिन कहा जा रहा है कि डबल एंट्री के नाम कट गया। अब जनसुनवाई में शिकायत कर अफसरों से मांग की गई है कि पोर्टल पर नाम दर्ज कराया जाए।
पेड़ काटने वालों पर कार्रवाई की मांग
कर्मचारी कल्याण समिति की ओर से एक ज्ञापन जनसुनवाई में दिया गया। जिसमें ग्रामीणों ने कहा कि ग्राम पंचायत ऐमागिर्द के लोधीपुरा में पांच पुल रोड पर एक खेत मालिक ने खेत के खसरा नंबर 558 बोरगांव खुर्द की सीमा क्षेत्र में कुछ पेड़ों को नष्ट कर दिया है। 3 जून को तहसीलदार को इसकी शिकायत की थी, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई जबकि वहां सागौन और चिलोल के पेड़ थे। जनसुनवाई में शिकायत कर कार्रवाई की मांग की गई।