बाल गंगाधर तिलक और चंद्रशेखर आजाद की जयंती,प्रधानमंत्री और अमित शाह ने दी श्रद्धांजलि

Birth anniversary of Bal Gangadhar Tilak and Chandrashekhar Azad, Prime Minister and Amit Shah paid tribute

नई दिल्ली, 23 जुलाई: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मंगलवार को स्वतंत्रता सेनानी बाल गंगाधर तिलक और चंद्रशेखर आजाद की जयंती पर उन्हें श्रद्धांजलि दी।पीएम मोदी ने एक्स पोस्ट में लिखा, “मैं महान चंद्रशेखर आजाद को उनकी जयंती पर श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं। वे एक निडर नायक थे, जिनमें भारत की स्वतंत्रता के लिए अटूट साहस और प्रतिबद्धता थी। उनके आदर्श और विचार आज भी लाखों लोगों, विशेषकर युवाओं के दिलों और दिमागों में गूंजते हैं।”

एक अन्य एक्स पोस्ट में उन्होंने बाल गंगाधर तिलक को याद किया। उन्होंने कहा, “लोकमान्य तिलक को उनकी जयंती पर श्रद्धांजलि। उन्हें भारत की स्वतंत्रता की लड़ाई में एक महान व्यक्तित्व के रूप में हमेशा याद किया जाएगा। वे एक दूरदर्शी व्यक्ति थे, जिन्होंने राष्ट्रवाद की भावना को जगाने के लिए अथक प्रयास किया और शिक्षा व सेवा पर जोर दिया।”वहीं, लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने गंगाधर तिलक और चंद्रशेखर आजाद की जयंती पर उन्हें श्रद्धांजलि दी। उन्होंने कहा, “महान क्रांतिकारी एवं स्वतंत्रता संग्राम के महानायक चंद्रशेखर आजाद को उनकी जयंती पर विनम्र श्रद्धांजलि। उनका जीवन संघर्ष, साहस और बलिदान की वो अमर गाथा है, जो हर भारतीय को गौरव की अनुभूति कराती है।”उन्होंने आगे कहा कि महान स्वाधीनता सेनानी एवं विचारक लोकमान्य बाल गंगाधर तिलक की जयंती पर कोटिशः नमन। आम जनमानस में राजनीतिक चेतना जागृत कर स्वतंत्रता संग्राम को जन आंदोलन का रूप देने वाले तिलक का विराट व्यक्तित्व प्रत्येक भारतीय को राष्ट्र के प्रति समर्पण की प्रेरणा देता रहेगा।केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भी महान स्वतंत्रता सेनानियों को याद किया। उन्होंने कहा कि लोकमान्य बाल गंगाधर तिलक को उनकी जयंती पर कोटिशः वंदन। तिलक महाराज ने स्वदेशी, स्वराज व स्व-संस्कृति के प्रति देशवासियों का पुनर्जागरण किया और स्वतंत्रता आंदोलन को जन आंदोलन में बदलकर उसे नई दिशा दी।साथ ही उन्होंने शहीद चंद्रशेखर आजाद की जयंती पर उन्हें नमन किया। उन्होंने कहा कि अपनी देशभक्ति और क्रांतिकारी विचारों से अंग्रेजी हुकूमत की नींद उड़ा देने वाले चंद्रशेखर आजाद के लिए मां भारती के गौरव से बढ़कर कुछ नहीं था। उन्होंने स्वाधीनता के ध्येय के साथ युवाओं को जोड़ आजादी के आंदोलन को सशक्त बनाने में अग्रणी भूमिका निभाई।

संसदीय कार्य मंत्री और अल्पसंख्यक कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने कहा, “लोकमान्य बाल गंगाधर तिलक की जयंती पर, मैं खुद को उनकी शक्तिशाली विरासत पर विचार करते हुए पाता हूं। उनके विचार आज भी उतने ही प्रासंगिक हैं, जितने पहले थे और जो हमारे मिशन को आत्मनिर्भर भारत की ओर ले जा रहे हैं। भारतीय मूल्यों, शिक्षा और महिला सशक्तिकरण के प्रति उनका समर्पण वास्तव में प्रेरणादायक है।”

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