‘मणिपुर का दौरा करें प्रधानमंत्री’, मेघचंद्र सिंह ने मोदी को लिखा पत्र
Prime Minister should visit Manipur', Meghchandra Singh wrote a letter to PM Modi
इंफाल: मणिपुर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मेघचंद्र सिंह ने शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखा। पत्र में उन्होंने मणिपुर के बिगड़े हालात के मद्देनजर प्रदेश का दौरा करने की मांग की है। उन्होंने कहा कि मणिपुर के लोग पिछले 16 महीनों से मदद के लिए तरस रहे हैं। उन्होंने दावा किया कि प्रधानमंत्री मोदी की उपस्थिति से राज्य में शांति और सामान्य स्थिति बहाल हो सकती है। उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी से आग्रह किया है कि वह मणिपुर का दौरा करें और लोगों की मदद के लिए कदम उठाएं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री की उपस्थिति से मणिपुर के लोगों को उम्मीद है और वे उनके साथ मिलने के लिए उत्सुक हैं।मेघचंद्र सिंह ने पीएम मोदी को संबोधित करते हुए पत्र में लिखा, “मैं मणिपुर के लोगों की ओर से और मणिपुर राज्य से भारत के एक नागरिक के रूप में, आपको अपने राज्य, मणिपुर में आपकी यात्रा के लिए आमंत्रित करता हूं, जहां 3 मई 2023 से उथल-पुथल मचा हुआ है। मणिपुर के लोग 3 मई, 2023 से अपनी बेबसी की आवाज आपके सामने रखने के लिए राज्य में आपकी उपस्थिति का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं।”,उन्होंने आगे लिखा, “जैसा कि आप भी जानते हैं कि उथल-पुथल ने लगभग एक लाख मानव आबादी वाले पूरे राज्य को तबाह कर दिया है। लोगों को आंतरिक रूप से विस्थापित किया जा रहा है और सैकड़ों मानव जीवन छीन लिए गए हैं, जिससे पूरा राज्य पूरी तरह से अराजकता में है। इसके अलावा, 1 सितंबर, 2024 से नागरिकों पर अत्याधुनिक ड्रोन, आरपीजी और मिसाइलों का उपयोग करके हवाई बमबारी के माध्यम से हालिया हमलों ने मणिपुर के लोगों के बीच अभूतपूर्व दर्द, आघात, भय और पूर्ण असहायता के साथ अशांति को और बढ़ा दिया है।”,मेघचंद्र सिंह ने आगे कहा कि मानवता की खातिर पीएम की यात्रा मणिपुर में शांति और सामान्य स्थिति बहाल करने में बहुत बड़ी ताकत होगी।मणिपुर में बिगड़े हालात को देखते हुए 15 सितंबर दोपहर तीन बजे तक इंटरनेट बंद करने के साथ ही पांच जिलों में कर्फ्यू लगा दिया गया है। मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने बीते दिनों कहा था कि उपद्रवियों के नफरत फैलाने वाले भाषणों और सोशल मीडिया से हिंसा भड़कने से रोकने के लिए ही सरकार ने इंटरनेट बंद करने का फैसला किया है। आशंका जताई गई है कि कुछ लोग सोशल मीडिया का इस्तेमाल कर राज्य में स्थिति को हिंसात्मक बना सकते हैं। इसे देखते हुए प्रशासन की ओर से इंटरनेट बंद कर दिया गया है।