Azamgarh:महिलाओं ने रखा निर्जला जीवित्पुत्रिका का व्रत
महिलाओं ने रखा निर्जला जीवित्पुत्रिका का व्रत
रिपोर्टर चंदन शर्मा
रानी की सराय आजमगढ़
संतान के दीर्घायु होने की कामना को लेकर बुधवार को जीवित्पुत्रिका व्रत रखा गया। इस अवसर पर जिले में बड़ी संख्या में सभी आयुवर्ग की महिलाओं ने निर्जला उपवास रखकर जीमूतवाहन की कथा सुनी व विधिपूर्वक जितिया की पूजा अर्चना कर संतान की लंबी उम्र का वरदान मांगा।
पुत्र की दीर्घायु की कामना को लेकर महिलाओं ने जीवित्पुत्रिका व्रत रखा. 24 घंटे निर्जला यानी बगैर अन्न-जल ग्रहण किए रखे जाने वाले इस कठिन व्रत को महिलाएं पुत्र की दीर्घायु की कामना के लिए रखती हैं. पुत्र की प्राप्ति के लिए भी मनौती के रूप में भी नवविवाहिता इस व्रत को रखती हैं. पुत्र की कामना पूर्ति होने के बाद वे गाजे-बाजे के साथ के साथ व्रत को पूर्ण करती हैं. इस व्रत का खास महत्व है. सदियों से चले आ रहे इस व्रत को वंश वृद्धि और पुत्र की दीर्घायु के लिए महिलाएं रखती चली आ रही हैं. इस कठिन व्रत को निर्जला रखा जाता है. महिलाएं स्नान-ध्यान के साथ इस व्रत को शुरू करती हैं. वे पुत्र की दीर्घायु के साथ सुख-समृद्धि की कामना करती हैं.