नव वर्ष पर देश के विभिन्न मंदिरों में जुटे श्रद्धालु, सुरक्षा के कड़े इंतजाम

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गाजियाबाद, 1 जनवरी (आईएएनएस)। नव वर्ष 2025 की शुरुआत सभी लोग भाव और भक्ति के साथ करना चाहते हैं। ओडिशा के जगन्नाथ पुरी, गाजियाबाद के दूधेश्वरनाथ से लेकर हिमाचल प्रदेश के बाबा बालकनाथ समेत देशभर के प्रमुख मंदिरों में भगवान का आशीष लेने भक्तगण पहुंच रहे हैं।

गाजियाबाद के दूधेश्वरनाथ मंदिर में नववर्ष के पहले दिन श्रद्धालुओं की भारी भीड़ देखने को मिल रही है। लोग साल की शुरुआत भगवान के आशीर्वाद से करना चाहते हैं इसलिए यहां पहुंच रहे हैं।

दूधेश्वरनाथ मंदिर में शंभू शिवलिंग स्थित है। मान्यता है कि शिवलिंग की पूजा रावण और उसके पिता ने भी की थी। इस मंदिर में भक्तों की लंबी कतार लगी हुई है। मंदिर के गर्भगृह से लेकर बाहर गेट और सड़क तक श्रद्धालु कतार में खड़े नजर आ रहे हैं।

श्रद्धालुओं मानते हैं कि भगवान दूधेश्वर का आशीर्वाद मिलने से उनके सभी कष्ट दूर हो जाएंगे और पूरा साल शुभ रहेगा।

भगवान जगन्नाथ के दर्शनार्थ लोग पुरी पहुंच रहे हैं।

पुजारी सूर्य नारायण ने आईएएनएस से बातचीत में जगन्नाथ पुरी धाम की महिमा बताई। भक्तगणों को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि 2025 में हम सभी ने नए साल की शुरुआत की है और इस शुभ अवसर पर मैं सभी को हार्दिक शुभकामनाएं भेजता हूं। भगवान श्री जगन्नाथ का आशीर्वाद सब पर बना रहे, और भगवान जी आपका जीवन सुखमय और स्वस्थ बनाए रखें। आज हमारे मंदिर में भक्तों की भारी भीड़ है, जो जगन्नाथ जी के दर्शन करने के लिए आए हैं।

उन्होंने आगे कहा, यह सच है कि जगन्नाथ पुरी चार धामों में से एक प्रमुख धाम है और यहां आकर भक्त अपनी मनोकामनाओं की पूर्ति के लिए दर्शन करते हैं। आज 12 बजे से दर्शन शुरू हो चुके हैं, और अब भी भक्त लगातार दर्शन कर रहे हैं। हम सभी से अनुरोध है कि वे प्रशासन की व्यवस्था का पालन करें और अपने परिवार के साथ अच्छे से दर्शन करें। मंदिर में लाखों लोग दर्शन कर चुके हैं, और दर्शन की प्रक्रिया अभी भी जारी है। सभी को नए साल की शुभकामनाएं, और भगवान जगन्नाथ का आशीर्वाद आप पर हमेशा बना रहे। जय जगन्नाथ!

जगनाथ पुरी के दर्शन करने पहुंची श्रद्धालु ने कहा, ” मैं पानीपत से आया हूं। हम 22 लोग पूरी धाम यात्रा पर आए हैं। मैं यहां भगवान के पास अपना सपना लेकर आया हूं कि मैं अपने पैरों पर खड़ा हो जाऊं और अपने माता-पिता को गर्व महसूस कराऊं। जगन्नाथ पुरी आकर भगवान का दर्शन करें, यहां आपको मानसिक शांति और सकारात्मक ऊर्जा मिलती है। हमने रात 1 बजे यहां दर्शन किए, और अब 3 बजे तक दर्शन कर रहे हैं। कभी नहीं सोचा था इतनी रात को भगवान के दर्शन होंगे, लेकिन भगवान ने हमारी सुन ली। हम बहुत खुश हैं और भगवान का आभार व्यक्त करते हैं। हमारी चार धाम यात्रा में से तीन पूरी हो चुकी है, और अब बस बद्रीनाथ बाकी है। भगवान की कृपा से जल्द ही वह भी पूरी होगी।”

वहीं, नववर्ष की पूर्व संध्या से ही हिमाचल प्रदेश के हमीरपुर स्थित बाबा बालक नाथ मंदिर में हजारों श्रद्धालु पहुंचने लगे थे। मंदिर ट्रस्ट ने नववर्ष के मौके पर मंदिर को 24 घंटे खोल रखा है, ताकि भक्त रातभर बाबा के दर्शन कर सकें। रात 12 बजे के बाद भी श्रद्धालु मंदिर में दर्शन के लिए लंबी-लंबी कतारों में खड़े रहे और भजनों पर झूमते रहे। इस दौरान “पौणाहारी” के जयकारे गूंजते रहे।

सोमवार को पंजाब बंद होने के बावजूद भी श्रद्धालु वहां से हमीरपुर पहुंचे। मंगलवार रात तक श्रद्धालुओं की कतारें लगी रही, और वे बाबा बालक नाथ की पवित्र गुफा के दर्शन करने के लिए भजनों के साथ बढ़ते गए। मंदिर परिसर को बाबा बालक नाथ मंदिर ट्रस्ट द्वारा फूलों से सजाया गया था।

मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष और कार्यकारी एसडीएम बड़सर, धर्मपाल नेगी, और मंदिर अधिकारी संदीप चंदेल ने बताया कि नववर्ष के लिए मंदिर ट्रस्ट ने पूरी तैयारी की थी। मंगलवार शाम 6 बजे तक लगभग 25 हजार श्रद्धालु मंदिर में दर्शन करने के लिए आ चुके थे।

नववर्ष के कार्यक्रम के साथ महंत निवास में नाम दान दीक्षा कार्यक्रम भी आयोजित किया गया। मंदिर महंत राजेंद्र गिरी महाराज ने सुबह 9 बजे से शाम 5 बजे तक भक्तों को नाम दान की शिक्षा दी।

–आईएएनएस

एसएचके/केआर

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इनपुट. आईएएनएस के साथ

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