Azamgarh :नि:शुल्क स्वास्थ्य शिविर में सैकड़ों ग्रामीणों ने कराई जांच, दवाइयां और परामर्श भी हुआ उपलब्ध
नि:शुल्क स्वास्थ्य शिविर में सैकड़ों ग्रामीणों ने कराई जांच, दवाइयां और परामर्श भी हुआ उपलब्ध
रिपोर्ट: जितेंद्र यादव
जीयनपुर, आजमगढ़।
ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाओं को सुलभ बनाने और लोगों को बेहतर चिकित्सा सुविधा प्रदान करने के उद्देश्य से ग्राम पंचायत भरौली, सगड़ी तहसील, आजमगढ़ में एक नि:शुल्क स्वास्थ्य परीक्षण एवं परामर्श शिविर का आयोजन किया गया। इस स्वास्थ्य शिविर का नेतृत्व प्रसिद्ध चिकित्सक डॉ. रविन्द्र यादव ने किया और इसे केजीएल सेवा सदन एवं चाइल्ड केयर, अजमतगढ़, आजमगढ़ के सहयोग से संपन्न किया गया।
इस शिविर में 210 से अधिक ग्रामीणों ने अपने स्वास्थ्य की जांच करवाई और उन्हें विशेषज्ञ डॉक्टरों द्वारा आवश्यक परामर्श दिया गया। शिविर में ब्लड प्रेशर, शुगर, बीएमआई, हृदय संबंधी समस्याओं, त्वचा रोग, हड्डी रोग, बच्चों और महिलाओं की स्वास्थ्य समस्याओं से जुड़ी जाँच की गई। साथ ही, मरीजों को आवश्यक दवाइयाँ भी नि:शुल्क वितरित की गईं।
शिविर के दौरान डॉ. रविन्द्र यादव ने ग्रामीणों को स्वस्थ रहने के लिए सही खान-पान, नियमित व्यायाम और समय-समय पर स्वास्थ्य जांच करवाने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि –
“ग्रामीण इलाकों में चिकित्सा सुविधाओं की सीमित उपलब्धता के कारण लोग समय पर इलाज नहीं करा पाते, जिससे कई गंभीर बीमारियाँ जन्म ले लेती हैं। इस तरह के शिविर न केवल स्वास्थ्य सेवाओं को सुलभ बनाते हैं, बल्कि लोगों को बीमारियों से बचाव के लिए जागरूक भी करते हैं। भविष्य में भी इस तरह के नि:शुल्क शिविर आयोजित किए जाएंगे ताकि हर जरूरतमंद को उचित इलाज मिल सके।”
शिविर में महिलाओं, बुजुर्गों और बच्चों की बड़ी संख्या देखी गई। गाँव के बुजुर्गों और महिलाओं ने इस शिविर के आयोजन के लिए डॉक्टरों और आयोजकों का आभार जताया। उन्होंने कहा कि इस तरह के आयोजन से दूर-दराज के गाँवों में रहने वाले लोगों को बड़ी राहत मिलती है, जो आर्थिक तंगी या अन्य कारणों से सही समय पर डॉक्टर के पास नहीं जा पाते।
शिविर के आयोजकों ने बताया कि उनका लक्ष्य ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाओं को पहुँचाना है, जिससे लोग समय पर इलाज करवा सकें और किसी भी गंभीर बीमारी से बचाव कर सकें। इस पहल से उन लोगों को भी फायदा मिला, जो अस्पताल जाने में असमर्थ थे।
यह शिविर केवल एक दिन के लिए आयोजित किया गया था, लेकिन आयोजकों का कहना है कि इस तरह के शिविर आगे भी लगाए जाएंगे। डॉक्टरों और स्वयंसेवकों की टीम ने इस नेक पहल को सफल बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और भविष्य में भी इसी तरह लोगों की सेवा करने की प्रतिबद्धता जताई।
इस स्वास्थ्य शिविर ने यह साबित कर दिया कि जब समाज के लोग एक साथ मिलकर किसी नेक पहल की ओर कदम बढ़ाते हैं, तो बड़े बदलाव संभव होते हैं।