चार महीने २४ घंटे मनपा आपदा नियंत्रण टीम की तैनाती सभी कर्मचारियों की छुट्टी रद्द
Four months 24 hours municipal disaster control team deployment of all employees holiday canceled
हिंद एकता टाइम्स भिवंडी
रवि तिवारी
भिवंडी-भिवंडी मनपा मानसून आगमन के मद्देनजर संभावित आपदाओं से निपटने के लिए भिवंडी मनपा एलर्ट मोड पर है। मनपा आयुक्त अनमोल सागर की अध्यक्षता में एक महत्त्वपूर्ण आपदा प्रबंधन समीक्षा हेतु महत्वपूर्ण बैठक का आयोजन किया गया, जिसमें शहर में कार्यरत विभिन्न विभागों एवं एजेंसियों के प्रतिनिधि उपस्थित थे।इस बैठक में आयुक्त ने धोकादायक इमारतों की स्थितियों, संभावित बाढ़ग्रस्त इलाकों, नागरिकों के लिए वैकल्पिक आश्रयस्थलों, भोजन व अन्य आवश्यक सेवाओं की व्यवस्था, नाले सफाई, जलभराव की स्थिति में विद्युत आपूर्ति की त्वरित कटौती, ट्रैफिक जाम रोकने हेतु कदम, बरसाती बीमारियों की रोकथाम के लिए चिकित्सा विभाग की तैयारियां, कचरा प्रबंधन व स्वच्छता आदि विषयों की विस्तारपूर्वक समीक्षा की। आयुक्त ने स्पष्ट निर्देश दिए कि सड़क निर्माण कार्य किसी भी स्थिति में मानसून पूर्व पूर्ण कर लिए जाएं। यातायात विभाग और पुलिस को निर्देशित किया गया कि शहर में ट्रैफिक जाम की स्थिति उत्पन्न न होने दी जाए। साथ ही प्रभाग और मुख्यालय स्तर पर २४x७ आपदा नियंत्रण टीम पूरी तरह तैयार रखने के आदेश भी दिए गए।आगामी चार महीनों तक किसी भी अधिकारी या कर्मचारी को अवकाश नहीं दिया जाएगा, और मुख्यालय छोड़ने से पूर्व आयुक्त की अनुमति अनिवार्य रहेगी। आपदा प्रबंधन विभाग के सभी दूरभाष नंबर चालू रखने की सख्त हिदायत दी गई है। चिकित्सा विभाग को निर्देश दिया गया है कि वह एक आपातकालीन वार्ड स्थापित करे और सभी आवश्यक दवाओं का भरपूर स्टॉक रखे।यदि जलभराव के दौरान विद्युत करंट का खतरा उत्पन्न हो, तो टोरेंट पॉवर को तत्काल बिजली आपूर्ति बंद करने के आदेश हैं। वृक्ष अधिकारियों को निर्देशित किया गया है कि वे शहर में खतरनाक शाखाओं की छंटाई करें, विशेषकर ऐसी शाखाएं जो बिजली की लाइनों के संपर्क में आ सकती है। अग्निशमन विभाग को बोट व अग्निशमन यंत्रों को तैयार रखने को कहा गया है, जबकि जनसंपर्क विभाग को नागरिकों में जागरूकता फैलाने और सभी आवश्यक हेल्पलाइन नंबर प्रचारित करने के निर्देश दिए गए हैं। प्रभाग अधिकारियों ने शहर के २७ संभावित बाढ़ प्रभावित स्थानों की पहचान कर ली है। यदि वहां बाढ़ की स्थिति उत्पन्न होती है तो नजदीकी समाज मंडलों या विद्यालयों में नागरिकों को सुरक्षित स्थानांतरित कर भोजन व आवास की व्यवस्था की जाएगी। आयुक्त सागर ने सभी विभागों से आपसी समन्वय के साथ कार्य करने की अपील करते हुए कहा कि नागरिकों की सुरक्षा ही सर्वोच्च प्राथमिकता है।इस अवसर पर अतिरिक्त आयुक्त देविदास पवार, अतिरिक्त आयुक्त विठ्ठल डाके, सहायक पुलिस आयुक्त सचिन सांगले, उपायुक्त (मुख्यालय) विक्रम दराडे, उपायुक्त (मार्केट) बालकृष्ण क्षीरसागर समेत एमएमआरडीए, राजस्व, सार्वजनिक निर्माण, परिवहन, पुलिस विभाग व टोरेंट पॉवर के प्रतिनिधि उपस्थित थे।