हलष्टी व्रत पर विशेष। हलष्टी व्रत , संतान को सुख एवं लंबी आयु की कामना से करें माताएं। विनय मिश्र जिला संवाददाता बरहज देवरिया हलष्टी व्रत, व्रत की पूजा करने से संतान सुख और लंबी आय

बरहज देवरिया
हलष्टी व्रत, व्रत की पूजा करने से सुल्तानपुर सुख और लंबी आयु मिलती है इस दिन सुबह जल्दी उठकर स्नान करें और साफ कपड़े पहने महुआ की दातुन करें पूजा स्थल को गंगा जल से शुद्ध करें और एक चौकी पर साफ कपड़ा बिछाए चौकी पर भगवान कृष्ण और बलराम की मूर्ति या तस्वीर रखें बलराम जी के हाल की छोटी सी प्रतिकृति भी रख सकते हैं व्रत व्रत में पूजा के लिए चंदन फूल माला रोली अक्षत तुलसी दल फल मिठाई महुआ और टिनी का चावल शामिल करें इसके साथ ही कुछ बच्चों के खिलौने भी रखें संकल्प ले किया व्रत आप अपनी संतान की लंबी उम्र और उसके लिए कर रहे हैं भगवान को चंदन फूल और भोग चढ़ाई भैंस के दूध से बने दही और घी का उपयोग करें ।गाय का दूध न ले
हलष्टी, की कथा श्रवण करें और भगवान कृष्ण बलराम की आरती उतारे ।देवालय आंगन या छत पर कुश व महुआ का पत्ता लगाए।
इस व्रत में जुताई की हुई खेत से, उत्पन्न अन्न वर्जित है , हलष्टी का पूजन करने से, पुत्र की लंबी आयु, सुख एवं समृद्धि के लिए भगवान का यह पूजन किया जाता है इस पूजन में महुआ भैंस की दही और घी का ही प्रयोग किया जाता है।