ट्रस्टी प्रकाश जायसवाल ने निभाई 60 साल पुरानी परंपरा, सैकड़ों श्रद्धालुओं ने ग्रहण किया प्रसाद
भगवान श्रीकृष्ण जन्मोत्सव उपरांत बिंद्रा बाजार में भव्य भंडारे का आयोजन
आजमगढ़।भगवान श्रीकृष्ण के जन्मोत्सव की पावन छठी पर बिंद्रा बाजार स्थित प्राचीन रामजानकी मंदिर परिसर में एक भव्य भंडारे का आयोजन किया गया। इस धार्मिक एवं सांस्कृतिक आयोजन की परंपरा को निभाते हुए ट्रस्टी श्री प्रकाश जायसवाल जी, बिंद्रा साव जी के नाती, ने इस वर्ष भी पूर्वजों के पदचिह्नों पर चलते हुए श्रद्धा एवं भक्ति के साथ यह आयोजन कराया।भंडारे में क्षेत्र के विद्यालयों के सैकड़ों बच्चे-बच्चियां, बाजारवासी तथा सम्मानित नागरिकों ने प्रसाद ग्रहण कर भगवान श्रीकृष्ण के चरणों में अपनी आस्था अर्पित की। इस दौरान कार्यक्रम स्थल पर भक्तिमय वातावरण रहा। भगवान श्रीकृष्ण के जीवन चरित्र और उनकी लीलाओं पर विद्वानों और सामाजिक कार्यकर्ताओं ने प्रकाश डालते हुए लोगों को धर्म और आस्था से जुड़े संदेशों से अवगत कराया।कार्यक्रम के दौरान ट्रस्टी श्री प्रकाश जायसवाल जी ने कहा –
“यह आयोजन हमारे पूर्वज, स्वर्गीय श्री बिंद्रा साव जी द्वारा लगभग 55-60 वर्ष पूर्व प्रारंभ किया गया था। उस महान परंपरा को आगे बढ़ाना हमारा कर्तव्य और सौभाग्य है। जब तक जीवन है, यह धार्मिक भंडारा इसी तरह निरंतर चलता रहेगा।”श्री प्रकाश जायसवाल जी न केवल मंदिर के ट्रस्टी के रूप में अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन कर रहे हैं, बल्कि क्षेत्र की धार्मिक और सामाजिक परंपराओं को संजोने व नई पीढ़ी तक पहुँचाने में भी अग्रणी भूमिका निभा रहे हैं। उनकी दूरदर्शी सोच, धार्मिक निष्ठा और सामाजिक सहयोग की भावना से पूरा क्षेत्र गर्व का अनुभव करता है।इस अवसर पर कार्यक्रम में पूर्व राज्य मंत्री एवं वरिष्ठ भाजपा नेता श्री कृष्ण मुरारी जी, डॉ. आशीष श्रीवास्तव (के.एल. हॉस्पिटल), भाजपा के पूर्व मंडल अध्यक्ष राजेश कुमार अस्थाना, व्यापार मंडल अध्यक्ष अशोक विश्वकर्मा, महंता विश्वकर्मा, संतोष सेठ, कन्हैया शर्मा, राधेश्याम ठठेरा सहित क्षेत्र के अनेक सम्मानित गणमान्य लोग उपस्थित रहे। सभी ने मिलकर श्री प्रकाश जायसवाल जी के प्रयासों और समर्पण की सराहना की तथा इस धार्मिक आयोजन की निरंतरता की कामना की।इस भव्य भंडारे ने न केवल लोगों को प्रसाद रूपी आशीर्वाद प्रदान किया, बल्कि समाज को एकता, आस्था और सेवा का संदेश भी दिया।