आजमगढ़:गंदगी से कराह रही तमसा नदी
रिपोर्ट:सुमित उपाध्याय
अहरौला/आजमगढ़:अहिरौला क्षेत्र स्थित बह रही तमसा नदी में अहरौला बाजार के सारे कचड़े को फेंका जा रहा है और तमसा नदी को लगातार पाटा जा रहा है जिससे तमसा नदी का पानी विषाक्त और पूरा काला पड़ गया है पूरे बाजार का कूड़ा करकट चाहे वह मंडी का कूड़ा करकट हो या किसी अन्य चीज का सभी को लाकर लगातार तमसा नदी में फेंका जा रहा है और उसको दिन प्रतिदिन बाजार के कूड़ो से पाटा जा रहा है जिसका कोई भी अधिकारी या सामसेवी संज्ञान नहीं ले रहे है और तमसा नदी का पानी लगातार विषाक्त होता चला जा रहा है और तमसा नदी लगातार पटती चली जा रही है जो चिंता का विषय भी है की अहरौला बाजार की सभी गंदगी का एक मात्र कूड़ा का केंद्र तमसा नदी ही है जहां एक तरफ तो सनातन धर्म में नदियों को माता का दर्जा दिया जाता है तो वहीं दूसरी तरफ बाजार में माता को ही बाजार की गंदगियों से पाटा जा रहा है यह नदी आगे चलकर महा ऋषि दुर्वासा धाम पर होते हुए आगे जाती हैं दुर्वासा धाम जो क्षेत्र व दूर दराज के लोगों के लिए भी एक धार्मिक स्थल है और इस पानी में लोगों को नहाने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है जहां एक तरफ शासन प्रशासन की तरफ से मुहीम चलाकर तमसा नदी को सफाई का काम किया जा रहा है तो वहीं दूसरी तरफ लगातार बाजार के लोगों के द्वारा तमसा नदी को कूड़े करकट से लगातार पाटा जा रहा है अभी बीते नवरात्र में ही देखा गया कि तमसा नदी में नवरात्रि में बैठी हुई मूर्तियों का भी विसर्जन तमसा नदी में जोरों से किया गया जबकि शासन की तरफ से आदेश था कि मूर्तियों का विसर्जन नदी में न करके नदी के बगल गड्ढे कराकर उसमें विसर्जन किया जाए ऐसे में कोई भी जिम्मेदारी अधिकारी इस पर संज्ञान लेने को नहीं तैयार है और लगातार तमसा नदी को पाटी जा रही है और उसका पानी लगातार विषाक्त बन रहा है जबकि इसी नदी पर लोक आस्था के महापर्व छठ पर महिलाएं पूजा पाठ करने के लिए भी आती हैं और पूजा पाठ करने के लिए आई महिलाओं को इन कूड़े की गंदगी बर्दाश्त करके अपना पूजा पाठ करना पड़ता है जबकि यह तमसा नदी अहरौला ब्लॉक से कुछ ही दूरी पर स्थित है ऐसे में अब क्या होगा इस तमसा नदी का और तमसा नदी कूड़े करकट की गंदगी से कब होगी दूर और कब तमासा नदी से विषाक्त मुक्त जल प्रवाह होगा ?