आजमगढ़:डीएम की अध्यक्षता में निर्माण कार्यों की समीक्षा बैठक संपन्न
आजमगढ़:जिलाधिकारी विशाल भारद्वाज की अध्यक्षता में सोमवार को कलेक्ट्रेट सभागार में निर्माण कार्यों की समीक्षा बैठक (ईपीएस मोड) की गई। जिलाधिकारी ने कहा कि धनाभाव के कारण रुकी हुई परियोजनाओं के लिए संबंधित विभागों के प्रमुख सचिव को पत्र प्रेषित किया जाए।उन्होंने कार्यदायी संस्थाओं को उपलब्ध धनराशि के सापेक्ष शीघ्रता से निर्माण कार्यों को पूर्ण करने के निर्देश दिए। उन्होंने सी एंड डीएस, यूपी सिडको, आवास विकास द्वारा अग्निशमन केंद्र, राजकीय बालिका इंटर कॉलेज, औषधि प्रयोगशाला एवं चिकित्सा स्वास्थ्य परिवार कल्याण एवं ट्रांजिट हॉस्टल के निर्माण कार्यों को अवमुक्त धनराशि की सापेक्ष पूर्ण कराने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि जहां के निर्माण कार्य पूर्ण हो चुके हैं, वहां संबंधित उप जिलाधिकारी जांच कर रिपोर्ट प्रेषित करें।पर्यटन विभाग के निर्माण कार्यों की समीक्षा करते हुए जिलाधिकारी ने कार्यदायी संस्था को दत्तात्रेय, दुर्वासा एवं चंद्रमा ऋषि आश्रम में उपलब्ध जमीनों पर परियोजना तैयार करने के निर्देश दिए। उन्होंने पार्क, हाल, सौंदर्यीकरण, शौचालय एवं दुकानें आदि के निर्माण के लिए प्लान तैयार कर प्रेषित करने के निर्देश दिए। उत्तर प्रदेश राजकीय निर्माण निगम लिमिटेड की 08 परियोजनाओं के लिए एमडी एवं संबंधित विभाग के प्रमुख सचिव को पत्र प्रेषित करने के निर्देश दिए। उन्होंने प्रांतीय खंड-2 को विश्वविद्यालय की रोड, पीएसी बैरक निर्माण, विवेचना कक्ष, थाना कोतवाली में बैरक एवं हॉस्टल निर्माण कार्यों को तत्काल पूर्ण कराने के निर्देश दिए। पशुधन विभाग के वृहद गौ संरक्षण केंद्र तथा यूपीडा को गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस वे के कार्यों को समय से पूर्ण करने के निर्देश दिए। उन्होंने उ0प्र0 राज्यसेतु निगम को सठियांव से सिकंदरपुर सेतु एवं पहुंच मार्ग तथा यूपी आरएनएन को अल्पसंख्यक, राजस्व एवं आपदा विभाग के कार्यों को समय से पूर्ण कराने के निर्देश दिए।इसके साथ ही सिंचाई विभाग, नलकूप खंड, यूपी पीसीएल, पीडब्ल्यूडी एवं पैकफेड आदि कार्यदायी संस्थाओं को उपलब्ध धनराशि के सापेक्ष निर्धारित समय में कार्य को पूर्ण कराने के निर्देश दिए।बैठक में जिला विकास अधिकारी श्री संजय कुमार सिंह, मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ0 आईएन तिवारी, जिला विद्यालय निरीक्षक, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी तथा अन्य विभागों के अधिकारी तथा कार्यदायी संस्था के प्रतिनिधि उपस्थित रहे।