मध्य प्रदेश के तीन उम्मीदवार लगा पाएंगे जीत की हैट्रिक?
Will three candidates from Madhya Pradesh be able to score a winning hat-trick?
मध्य प्रदेश में लोकसभा चुनाव के नतीजे को लेकर उल्टी गिनती जारी है और तमाम उम्मीदवारों से लेकर राजनीतिक दल हार-जीत के गणित मैं उलझे हुए हैं। इस बार के चुनाव में तीन ऐसे उम्मीदवार हैं जो जीत की हैट्रिक बना सकते हैं। सवाल यही है कि इनमें से कौन-कौन यह कारनामा कर पायेगा।
भोपाल, 17 मई: मध्य प्रदेश में लोकसभा चुनाव के नतीजे को लेकर उल्टी गिनती जारी है और तमाम उम्मीदवारों से लेकर राजनीतिक दल हार-जीत के गणित मैं उलझे हुए हैं। इस बार के चुनाव में तीन ऐसे उम्मीदवार हैं जो जीत की हैट्रिक बना सकते हैं। सवाल यही है कि इनमें से कौन-कौन यह कारनामा कर पायेगा।
राज्य में लोकसभा की 29 सीटों हैं जिन पर चार चरणों में मतदान हो चुका है और नतीजे 4 जून को आएंगे। रीवा से जनार्दन मिश्र, राजगढ़ से रोडमल नागर और मंदसौर से सुधीर गुप्ता भाजपा के ऐसे उम्मीदवार हैं जो पिछले दो चुनाव जीत चुके हैं और तीसरी बार मैदान में हैं।
जनार्दन मिश्र ने 2014 में सुंदरलाल तिवारी और 2019 के चुनाव में सिद्धार्थ तिवारी को पराजित किया था। इस बार उनका मुकाबला नीलम अभय मिश्रा से है।
रोडमल नागर दो बार पहले चुनाव जीत चुके हैं और इस बार उनका मुकाबला कांग्रेस उम्मीदवार तथा पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह से है। पिछले चुनाव में रोडमल नागर ने मोना सुस्तानी को परास्त किया था जबकि 2014 के चुनाव में उन्होंने नारायण अमलावे को हराया था।
मंदसौर में सुधीर गुप्ता ने पिछले दोनों चुनावों में कांग्रेस उम्मीदवार मीनाक्षी नटराजन को पराजित किया था। इस बार उनका मुकाबला दिलीप सिंह गुर्जर से है।
इस तरह राज्य की 29 लोकसभा सीटों में से यह तीन ऐसे संसदीय क्षेत्र हैं जहां से भाजपा उम्मीदवारों को हैट्रिक बनाने का मौका है। इन तीनों स्थानों पर मुकाबला कड़ा तो है ही, रोचक भी रहा है।
राज्य की टीकमगढ़ संसदीय सीट पर सबकी नजर है क्योंकि यहां से भाजपा के उम्मीदवार केंद्रीय मंत्री वीरेंद्र कुमार खटीक लगातार सात बार चुनाव जीत चुके हैं और यह उनका आठवां चुनाव है। उनके पास इस चुनाव में जीत दर्ज करके इंदौर की सांसद रही पूर्व लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन के रिकॉर्ड की बराबरी का मौका है। सुमित्रा महाजन इंदौर से आठ बार चुनाव जीती थीं।