पश्चिम बंगाल में कौन मार रहा बाजी, मैट्रिज एग्जिट पोल ने बताया जनता का मिजाज

Who is winning in West Bengal, the matrix exit poll showed the mood of the people

कोलकाता, 2 जून लोकसभा चुनाव संपन्न होने के बाद सामने आए एग्जिट पोल ने सियासी गलियारों में हलचल तेज कर दी है। शनिवार को विभिन्न एजेंसियों की ओर से एग्जिट पोल जारी किए गए थे। अब मैट्रिज का राज्यवार सर्वे सामने आया है। पश्चिम बंगाल में इस एग्जिट पोल में बीजेपी के लिए अच्छी खासी बढ़त का दावा किया गया है।

 

 

 

बंगाल में लोकसभा की कुल 42 सीटें हैं। सर्वे में कहा गया है कि प्रदेश की कुल लोकसभा सीटों में से बीजेपी 14-24 सीटों पर जीत का परचम लहरा सकती है। इसके अलावा, इंडिया अलायंस के खाते में 18-28 सीटें जाने की बात कही गई है। वहीं, अन्य दल (लेफ्ट) 1-4 सीटें जीत सकता है।

 

 

 

 

लेकिन सबको चार जून का इंतजार है। उसी दिन लोकसभा चुनाव के नतीजों की घोषणा होगी और इसके बाद ही तस्वीर साफ हो पाएगी कि किसके खाते में कितनी सीटें जा रही हैं। लेकिन उससे पहले एग्जिट पोल से इंडिया गठबंधन में शामिल नेताओं का उत्साह देखा जा रहा है। उधर एनडीए भी अपनी जीत को लेकर आश्वस्त है।

 

 

 

 

राजनीतिक दृष्टिकोण से पश्चिम बंगाल सभी सियासी दलों के लिए हमेशा से अहम रहा है। इस लोकसभा चुनाव में प्रधानमंत्री एक या दो नहीं, बल्कि कई दफा पश्चिम बंगाल गए और अपनी सरकार की उपलब्धियों से जनता को वाकिफ कराया। वहीं, ममता बनर्जी पर भी जमकर निशाना साधा। ऐसे में सूबे की मुख्य वीआईपी सीटों पर किसका खेल बनता बिगड़ता नजर आ रहा है, एक नजर डालते हैं।

 

 

 

 

 

कूचबिहार में बीजेपी ने इस लोकसभा चुनाव में निसिथ प्रमाणिक पर दांव लगाया है, जबकि कांग्रेस ने पिया रॉय चौधरी को चुनावी मैदान में उतारा। उधर, टीएमसी ने जगदीश चंद्र को प्रत्याशी बनाया। मैट्रिज सर्वे ने इस सीट पर बीजेपी के प्रत्याशी निसिथ प्रमाणिक की जीत की बात कही है। उन्होंने 2019 में भी जीत हासिल की थी।

 

 

 

 

जलपाईगुड़ी सीट अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित है। इस लोकसभा सीट के अंतर्गत 6 विधानसभा सीटें आती हैं। बीजेपी ने इस सीट से डॉ. जयंत कुमार रॉय को चुनावी मैदान में उतारा है। टीएमसी ने निर्मल चंद्र रॉय को प्रत्याशी बनाया। सीपीआई(एम) ने यहां से देबराज बर्मन को प्रत्याशी बनाया है। मैट्रिज सर्वे ने इस सीट पर बीजेपी की जीत का दावा किया है, जबकि टीएमसी और वाम दलों के बीच कड़ा मुकाबला होने की बात कही गई है।

 

 

 

 

दार्जिलिंग सीट की अपनी एक अलग भूमिका है। बीजेपी ने एक बार फिर यहां से राजू बिस्टा, तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) ने गोपाल लामा और भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस (आईएनसी) ने मुनीश तमांग को चुनावी मैदान में उतारा। इन तीनों के बीच कड़ा मुकाबला होने की बात कही गई है।

 

 

 

 

 

बिस्टा ने 2019 के लोकसभा चुनाव में 750,067 वोट हासिल कर दार्जिलिंग निर्वाचन क्षेत्र में भारी अंतर से जीत हासिल की। उन्होंने टीएमसी के अमर सिंह राय को हराया, जिन्हें 336,624 वोट मिले। 2014 के लोकसभा चुनाव में भाजपा उम्मीदवार एसएस अहलूवालिया ने पूर्व फुटबॉलर और टीएमसी उम्मीदवार बाइचुंग भूटिया को 1,97,239 मतों के अंतर से हराया था।

 

 

 

 

 

हुगली सीट पर बीजेपी ने लॉकेट चटर्जी को चुनावी मैदान में उतारा, जबकि टीएमसी ने रचना बनर्जी को प्रत्याशी बनाया। मैट्रिज ने अपने सर्वे में इस सीट पर बीजेपी की लॉकेट चटर्जी की जीत की बात कही है। इस लोकसभा चुनाव में लॉकेट चटर्जी काफी सुर्खियों में रही, जिसके चलते इस सीट पर सब की निगाहें हैं।

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