Azamgarh:महराजगंज में संचालित अवैध नर्सिंग होम की जांच करने पहुंचे डिप्टी सीएमओ

महराजगंज में संचालित अवैध नर्सिंग होम की जांच करने पहुंचे डिप्टी सीएमओ

 

होगी कार्रवाई अथवा धन उगाही

रिपोर्टर के के शुक्ला

महराजगंज (आजमगढ़)
सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र महराजगंज के पास अवैध रूप से एक झोलाछाप डाक्टर द्वारा संचालित अस्पताल के विरुद्ध की गई शिकायत के परिप्रेक्ष्य में बुधवार की शाम सहायक मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा० अरविंद चौधरी जांच के लिए पहुंचे जिससे सम्बंधित अस्पताल में अफरा-तफरी मच गई तथा आस-पास संचालित अन्य अवैध अस्पतालों के संचालकों ने भी जांच के डर से अस्पताल बन्द कर खिसक लिया ।
जांच के दौरान अस्पताल पर कुल ग्यारह मरीज भर्ती पाये गये जिसमें आठ सिजेरियन डिलीवरी, दो नार्मल डिलीवरी के तथा एक बच्चेदानी के आपरेशन का था । अस्पताल का मानक व रजिस्ट्रेशन नहीं था । कोई डिग्रीधारी डाक्टर भी मौके पर मौजूद नहीं था । जांच अधिकारी द्वारा मरीजों व उनके तीमारदारों से बात कर इलाज की जानकारी लेते हुए दवा के पर्चों का निरीक्षण किया गया तथा मरीजों को अन्यत्र अस्पताल पर स्थानांतरित करने के लिए कहा गया तो मरीजों के तिमारदारों ने जाने से मना कर दिया । जांच अधिकारी द्वारा अस्पताल संचालक को पांच दिन की मोहलत देते हुए हॉस्पिटल का रजिस्ट्रेशन कराने अथवा बंद करने का निर्देश दिया गया । इस दौरान आसपास के सैकड़ो लोगों की भीड़ अस्पताल के सामने जुटी थी तथा लोग आपस में चर्चा कर रहे थे कि क्या वास्तव में अवैध अस्पतालों के विरुद्ध कार्यवाही होगी अथवा धन उगाही । सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के आस-पास लगभग आधा दर्जन ऐसे ही फर्जी अस्पताल संचालित हो रहे हैं जिनमें एक ही व्यक्ति द्वारा तीन-तीन अस्पतालों का संचालन किया जा रहा है जिन्हें संरक्षण तथा मरीज उपलब्ध कराने का कार्य जिम्मेदार सरकारी चिकित्सकों द्वारा ही किया जाता है । जांच अधिकारी की नजर भी आसपास स्थित ऐसे चिकित्सालयों पर नहीं पड़ी । मजबूरी थी कि किसी जागरूक व्यक्ति द्वारा की गई शिकायत, अन्यथा संबंधित हॉस्पिटल पर भी जिम्मेदारों के कदम शायद ही पड़ते ।
जांच के दौरान सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के चिकित्सा अधीक्षक डॉक्टर अविनाश झा, डॉक्टर योगेश गौतम, प्रशासनिक अधिकारी दिलीप सिंह मौजूद रहे ।

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