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- मनोरंजन
ग़ज़ल:मैं तो बेहाल हूं तुम्हारी हाल के लिए और टेलीफोन भी तरस रहा है तेरे मिस कॉल के लिए
ग़ज़ल:मैं तो बेहाल हूं तुम्हारी हाल के लिए और टेलीफोन भी तरस रहा है तेरे मिस कॉल के लिए सोने…
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ग़ज़ल:मैं तो बेहाल हूं तुम्हारी हाल के लिए और टेलीफोन भी तरस रहा है तेरे मिस कॉल के लिए सोने…
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