बैन रोकने के लिए केवल यूएस एल्गोरिदम लाने की रिपोर्ट का टिकटॉक ने किया खंडन

TikTok denied reports of bringing only US algorithms to prevent bans

नई दिल्ली, 31 मई : अमेरिका में बैन का सामना कर रहे चीनी शॉर्ट वीडियो ऐप टिकटॉक ने शुक्रवार को उस मीडिया रिपोर्ट का खंडन कर दिया, जिसमें ये बताया गया था कि कंपनी अपने सोर्स कोड को बांटने का काम कर रही है और केवल यूएस के लिए एक अलग एल्गोरिदम लाने जा रही है।

 

 

 

 

मीडिया रिपोर्ट में दावा किया गया था कि टिकटॉक एक नए वर्जन पर काम कर रहा है और इसकी एल्गोरिदम प्रवर्तक कंपनी बाइटडांस की ओर से ऑपरेट किए जाने वाले वर्जन डौयिन से बिल्कुल स्वतंत्र रूप में कार्य करेगी।

 

 

 

 

टिक टॉक की ओर से सोशल मीडिया हैंडल एक्स पर की गई एक पोस्ट में लिखा गया कि रॉयटर्स की ओर से आज जो स्टोरी पब्लिश की गई है वह पूरी तरह गलत है।

 

 

 

 

कंपनी ने अपनी कोर्ट फाइलिंग में कहा, “संयुक्त राज्य अमेरिका में टिकटॉक के ऑपरेशन जारी रखने के लिए एक्ट द्वारा की गई विनिवेश की मांग न व्यावसायिक रूप से, न तकनीकी रूप से, न कानूनी रूप से बिल्कुल भी संभव नहीं है।”

 

 

 

 

टिकटॉक ने आगे कहा कि एक्ट द्वारा दी गई 270 दिनों की टाइमलाइन में यह नहीं हो सकता।

 

बता दें, चीनी कंपनी की ओर से बैन को रोकने के लिए कई कोशिशें की गई हैं।

 

 

 

 

इस महीने की शुरुआत में टिक टॉक और उसकी प्रवर्तक कंपनी की ओर से अदालत में अमेरिकी सरकार के खिलाफ केस दायर किया गया है, जिसमें कहा गया कि सरकार बाइटडांस को अपना लोकप्रिय ऐप बेचने का दबाव बना रही है। अगर ऐसा नहीं होता है कि ऐप को बैन कर दिया जाएगा।

 

 

 

 

पिछले महीने अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने टिक टॉक बैन का बिल साइन किया था। इसे यूएस कांग्रेस के दोनों हाउस में पास करा लिया गया है।

 

 

 

 

 

बाइटडांस को टिकटॉक को किसी गैर-चीनी कंपनी को बेचने के लिए 270 दिनों का समय दिया गया है। यदि अमेरिकी राष्ट्रपति आवश्यक मानते हैं तो इसमें 90 दिनों के विस्तार की भी संभावना है।

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