साइबर क्राइम में शामिल 20 मोबाइल हैंडसेट को दूरसंचार विभाग ने किया बंद
20 mobile handsets involved in cyber crime shut down by the Department of Telecommunications
केंद्रीय संचार एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय के तहत आने वाले दूरसंचार विभाग ने मंगलवार को कहा कि उसके द्वारा साइबर क्राइम और फाइनेंसियल फ्रॉड में इस्तेमाल होने वाले कई मोबाइल नंबर और 20 मोबाइल हैंडसेट को ब्लॉक कर दिया गया है।
नई दिल्ली, 7 मई (आईएएनएस)। केंद्रीय संचार एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय के तहत आने वाले दूरसंचार विभाग ने मंगलवार को कहा कि उसके द्वारा साइबर क्राइम और फाइनेंसियल फ्रॉड में इस्तेमाल होने वाले कई मोबाइल नंबर और 20 मोबाइल हैंडसेट को ब्लॉक कर दिया गया है।
दूरसंचार विभाग द्वारा एक्स पर किए गए पोस्ट में लिखा गया कि कई मोबाइल नंबर और 20 मोबाइल हैंडसेट को ब्लॉक कर दिया गया है। इनका इस्तेमाल साइबर क्राइम और फाइनेंसियल फ्रॉड को अंजाम देने के लिए किया जा रहा था।
सरकारी एजेंसियों की ओर से ये कदम तब उठाया गया, जब कुछ दिनों पहले बेंगलुरु की कारोबारी अदिति चोपड़ा ने एक पेचीदा वित्तीय जालसाजी के बारे में एक्स पर पोस्ट किया था।
पोस्ट में उन्होंने बताया कि वह एक सुनियोजित जालसाजी का शिकार हुई हैं, जिसमें वित्तीय धोखाधड़ी करने के लिए एसएमएस का उपयोग किया गया था। दूरसंचार विभाग ने उनकी पोस्ट को टैग करते हुए लोगों को कहा कि अगर कोई भी ऐसा फ्रॉड आपके सामने आए तो उसे चक्षु पोर्टल पर रिपोर्ट करें।
मार्च में दूरसंचार विभाग की ओर से नागरिकों के लिए एक एडवाइजरी जारी की गई थी। इसमें बताया कि दूरसंचार विभाग के प्रतिनिधि बनकर जालसाज लोगों को कॉल कर उनका मोबाइल नंबर बंद करने की धमकी दे रहे हैं।
इसके अलावा एक अन्य एडवाइजरी में विभाग ने कहा था कि (प्लस 92) कोड से आए विदेशी नंबरों से जालसाज सरकारी अधिकारी बनकर व्हाट्सएप कॉल के जरिए धोखाधड़ी को अंजाम दे रहे हैं। ऐसे जालसाजों से सावधान रहना चाहिए।