आजमगढ़: डीएम की अध्यक्षता में जिला गंगा समिति,प्रदूषण नियंत्रण एवं पर्यावरण समिति की हुई बैठक
आजमगढ़:जिलाधिकारी विशाल भारद्वाज की अध्यक्षता में आज कलेक्ट्रेट सभागार में जिला गंगा समिति, प्रदूषण नियंत्रण एवं पर्यावरण समिति की बैठक आयोजित की गई। जिलाधिकारी ने कहा कि कृषि, पंचायती राज विभाग, शिक्षा, उच्च शिक्षा, स्वास्थ्य, नगर विकास विभाग एवं अन्य संबंधित विभाग आपस में समन्वय स्थापित कर जल संरक्षण एवं नदियों की साफ-सफाई एवं स्वच्छता हेतु विशेष अभियान चलाया जाए। उन्होंने कहा कि पर्यावरण के संरक्षण के लिए अधिक से अधिक जन जागरूकता अभियान चलाना सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि कृषि, शिक्षा, नगर विकास, पंचायती राज एवं अन्य विभाग नदियों के किनारे के गांव में तरल एवं ठोस अपशिष्ट प्रबंधन कराना सुनिश्चित करें।जिलाधिकारी ने सिंचाई एवं बाढ़ खंड विभाग को नदियों में जल प्रवाह बनाए रखने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि मनरेगा कन्वर्जन के माध्यम से नदियों में कार्य कराए जाने का प्रस्ताव प्रेषित करें। उन्होंने कहा कि ई-वेस्ट एवं प्लास्टिक वेस्ट को निस्तारित करने के लिए एनजीटी के मानक के अनुसार नोटिस भेजना सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि चिन्हित किए गए वेटलैंड का सर्वे कराना सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि जहां संभव हो वहां मैन्युअली एवं जहां गहराई अधिक हो, वहां मशीनों से कार्य कराना सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि तालाबों की गहराई बढ़ायें तथा उनके मूल स्वरूप में वापस लाया जाए। उन्होंने कहा कि वाकिंग ट्रैक, इनलेट, आउटलेट तथा वृक्षारोपण के लिए किनारे पर अगले 15 दिन में जमीन चिन्हित करना सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने कहा कि आगामी 2 फरवरी को विश्व वेटलैंड दिवस के अवसर पर गांवों में जाकर बच्चों एवं आमजन को जागरूक किया जाए। उन्होंने कहा कि ताल सलोना, बरहा आदि बड़े तालाबों को अतिक्रमण मुक्त करायें तथा खतौनी में दर्ज रकबा के अनुरूप उनके मूल स्वरूप में लाना सुनिश्चित किया जाए।इसके साथ ही जिलाधिकारी ने आगामी वृक्षारोपण अभियान के दृष्टिगत विभागों द्वारा आवंटित लक्ष्य के अनुरूप समय से तैयारी सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।बैठक में मुख्य विकास अधिकारी परीक्षित खटाना, अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व आजाद भगत सिंह, डीएफओ, सिंचाई, पीडब्ल्यूडी, भूगर्भ जल, उद्यान एवं संबंधित विभाग के अधिकारी उपस्थित रहे।