कांग्रेस पार्टी नतमस्तक क्यों….. ? -विश्वबंधु राय
रिपोर्ट/अजय उपाध्याय
मुंबई:महाराष्ट्र के 48 लोकसभा सीटों के बंटवारे में महाराष्ट्र के प्रभारी व स्थानीय नेताओं की कमजोरी जाहिर हो रही है। जिस नेता को उसकी पार्टी के सांसद – विधायक – पदाधिकारी पार्टी से निकाल चुके हैं, उन्हें महाविकास आघाड़ी 21 सीटों पर उम्मीदवार खड़ा करने का मौका दे रही है। हमारे लिए कमजोर सीटों को छोड़ दिया गया है। पत्रकारों से बात चीत करते हुए गत दिनों अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के पूर्व सदस्य और मुंबई कांग्रेस के पूर्व महासचिव विश्वबंधु राय ने कही। राय ने बताया कि अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी की पूर्व अध्यक्ष श्रीमती सोनिया गांधी और राहुल गांधी को भी इस बारे में पत्र दे चुके हैं। राय का कहना है कि
जहाँ कांग्रेस पार्टी यकीनन जीत सकती थी, वहां यूबीटी ने अपने उम्मीदवार पहले ही घोषित कर दिए।
मुंबई की दक्षिण मध्य लोकसभा में दलित – मुस्लिम आबादी अधिक है। यहाँ से मुंबई कांग्रेस अध्यक्षा श्रीमती वर्षाताई गायकवाड़ की उम्मीदवारी की मांग पार्टी कार्यकर्ता जोरशोर से कर रहे थे। मुंबई अध्यक्षा के पिता दिवंगत एकनाथ गायकवाड़ इसी लोकसभा से दो बार सांसद भी चुने जा चुके हैं। आखिर क्यों शिवसेना के ब्लैकमेलिंग से डरकर कांग्रेस पार्टी ने एक योग्य – शिक्षित व जुझारू महिला नेता को टिकट नहीं दिया।
आप की अध्यक्षता में भी हिंदी भाषी प्रदेशों में कांग्रेस पार्टी में लगातार टूट हो रही है। क्या हमारे खड़गे नेता सिर्फ दक्षिण भारत में ही कांग्रेस पार्टी का अस्तित्व बचाये रखना चाहते हैं ? हर रोज पार्टी के जुझारू नेता इस्तीफ़ा दे रहे हैं। दिल्ली में बैठे नेताओं के रिटायर्ड होने का वक्त आ चूका है। निष्क्रीय नेताओं की वजह से अच्छे नेता पार्टी छोड़ रहे हैं।
चुनाव तारीख तय हो जाने के बावजूद भी मुंबई में जिलाध्यक्षों ने बूथ कमिटी का गठन तक नहीं किया है।पार्टी का सदस्य होने के नाते मैंने अपनी बात आप के समक्ष रख दी हैं। योग्य निर्णय लें। ऐसा न हो कि आप की अनदेखी के चलते बड़ी संख्या में पार्टी कार्यकर्ता इस्तीफ़ा दे दें।