हौसला बुलंद बदमाशों ने वरिष्ठ एनसीपी नेता बाबा सिद्दीकी की मुंबई में गोली मारकर की हत्या
The goons with high spirits shot and killed senior NCP leader Baba Siddiqui in Mumbai
मुंबई: महाराष्ट्र सरकार में सहयोगी राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के वरिष्ठ नेता बाबा जियाउद्दीन सिद्दीकी की शनिवार को बांद्रा पूर्व में निर्मल नगर के पास गोली मारकर हत्या कर दी गई।
जानकारी के अनुसार, उनके कार्यालय के बाहर कम से कम दो-तीन लोगों ने घात लगाकर उन पर हमला किया। जैसे ही वह कार्यालय पर पहुंचे हमलावर दौड़ते हुए आए और व्यवसायी-सह-राजनेता सिद्दीकी पर अंधाधुंध कई राउंड गोलियां चलाईं। उन्हें दो-तीन गोलियां लगीं, जिनमें से एक सीने में लगी।
पास में खड़े एक सहयोगी को भी पैर में गोली लगी। घटना रात करीब 9.30 बजे की है। हमलावर गोली मारकर मौके से फरार हो गए।
शुरू में लोगों ने इस पर ज्यादा ध्यान नहीं दिया क्योंकि जगह-जगह पुतला दहन के कारण पटाखों की आवाजों में गोलियों की आवाज कहीं खो गई। जैसे ही कुछ लोगों को एहसास हुआ कि गोलीबारी हुई है, उनके सहयोगियों और अन्य लोगों ने उन्हें बांद्रा पश्चिम के लीलावती अस्पताल पहुंचाया, लेकिन तब तक उनकी मौत हो चुकी थी।
जानकारी मिलते ही राकांपा, कांग्रेस और महायुति के नेता तथा बड़ी संख्या में उनके समर्थक अस्पताल पहुंच गए। उनके कांग्रेस विधायक बेटे जीशान बी. सिद्दीकी, उनके करीबी दोस्त और बॉलीवुड अभिनेता संजय दत्त सहित अन्य लोग भी अस्पताल पहुंच गए।
एक पुलिस अधिकारी के अनुसार, गोलीबारी के तुरंत बाद अंधेरी पूर्व से दो लोगों को हिरासत में लिया गया और अपराध शाखा द्वारा आगे की जांच जारी है।
हालांकि प्रभावशाली और प्रमुख अल्पसंख्यक समुदाय के नेता सिद्दीकी की हत्या के पीछे का मकसद स्पष्ट नहीं है, लेकिन अस्थायी रूप से यह संदेह है कि यह बिजनेस की प्रतिद्वंद्विता का नतीजा है।
दशकों तक कांग्रेस के दिग्गज नेता रहे और पूर्व केंद्रीय मंत्री सुनील दत्त और उनकी बेटी प्रिया दत्त के करीबी सहयोगी रहे, सिद्दीकी 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले फरवरी में अजित पवार की राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी में शामिल हो गए थे।
चर्चा है कि उनके बेटे जीशान भी आगामी विधानसभा चुनावों से पहले कांग्रेस छोड़ सकते हैं।
विपक्षी महा विकास अघाड़ी (एमवीए) नेताओं ने सिद्दीकी की सनसनीखेज हत्या के लिए महायुति शासन की आलोचना की है और उपमुख्यमंत्री तथा गृह मंत्री देवेंद्र फडणवीस के इस्तीफे की मांग की है।