झारखंड में चुनाव कराने के लिए 590 कंपनी पैरामिलिट्री फोर्स की मांग

Demand for 590 companies of paramilitary force to conduct elections in Jharkhand

रांची: झारखंड में विधानसभा चुनाव के दौरान सुरक्षा एवं विधि-व्यवस्था बनाए रखने के लिए राज्य की पुलिस ने पैरामिलिट्री फोर्स की 590 कंपनियों की तैनाती की मांग की है। हाल में लोकसभा चुनाव के दौरान राज्य में तीन चरणों में मतदान कराया गया था और उस वक्त 230 कंपनी पैरामिलिट्री फोर्स की तैनाती की गई थी।

 

विधानसभा में कुल 81 सीटों के लिए दो चरणों में 13 एवं 20 नवंबर को मतदान कराया जाना है। जबकि, मतगणना 23 नवंबर को कराई जाएगी। भारत के निर्वाचन आयोग ने राज्य में भयमुक्त एवं निष्पक्ष माहौल में चुनाव संपन्न कराने के लिए चाक-चौबंद इंतजाम के निर्देश दिए हैं।

 

चुनाव की घोषणा के ठीक पहले आयोग के निर्देश पर झारखंड को कुल 100 कंपनी पैरामिलिट्री फोर्स उपलब्ध कराई गई है। इनमें सीआरपीएफ, सीआईएसएफ, बीएसएफ, एसएसबी और आईटीबीपी की टुकड़ियां शामिल हैं, जिन्हें राज्य के सभी 24 जिलों में तैनात किया जा रहा है।

 

आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि फिलहाल प्रत्येक जिले में 3 से 5 कंपनी पैरामिलिट्री फोर्स की तैनाती की जा रही है। इन्हें फ्लैग मार्च, क्षेत्रीय डोमिनेशन और चेकिंग जैसे कार्यों में लगाया जा रहा है, ताकि आम जनता का विश्वास बढ़े।

 

झारखंड में चुनावों के दौरान नक्सलियों की गतिविधियों के कारण पुलिस-प्रशासन के सामने बड़ी चुनौती होती है। हालांकि, बीते पांच वर्षों में पुलिस और सुरक्षाबलों के लगातार अभियान की वजह से नक्सलियों का प्रभाव घटा है।

 

वर्ष 2019 में राज्य में जहां 24 में से 16 जिले नक्सल प्रभावित थे, वहीं अप्रैल 2024 में भारत सरकार के गृह विभाग की ओर से जारी सूची में राज्य के सिर्फ पांच जिलों पश्चिमी सिंहभूम, गिरिडीह, गुमला, लोहरदगा और लातेहार को नक्सल प्रभावित माना गया है। इनमें से पश्चिमी सिंहभूम को सबसे ज्यादा नक्सल प्रभावित श्रेणी में रखा गया है। जबकि, चार अन्य को ‘डिस्ट्रिक्ट ऑफ कंसर्न’ माना गया है।

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