राजकीय यूनानी मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में वैज्ञानिक लेखन एवं अनुसंधान नीतिशास्त्र पर कार्यशाला का दूसरा दिन

राजकीय यूनानी मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल, प्रयागराज में नेशनल कमीशन फॉर इंडियन सिस्टम ऑफ मेडिसिन (एनसीआईएसएम) नई दिल्ली के सहयोग से आज 25 जून 2024 को कॉलेज सभागार में आयुर्वेद, यूनानी और सिद्ध कॉलेजों के स्नातकोत्तर गाइडों के लिए “वैज्ञानिक लेखन, अनुसंधान सत्यनिष्ठा एवं प्रकाशन नैतिकता” विषय पर कार्यशाला आयोजित की गई। चल रही कार्यशाला का दूसरा दिन आज बड़ी सफलता के साथ संपन्न हुआ जिसमें देश के विभिन्न मेडिकल कॉलेजों के साठ पीजी गाइडस के अलावा कॉलेज के शिक्षक और पीजी स्कॉलरस भी उत्साह के साथ उपस्थित रहे।

 

 

आज आठ वैज्ञानिक सत्र आयोजित किये गये। पहले और दूसरे सत्र में डॉ. जाकिर अली मकबूल अहमद खान, सहायक प्रोफेसर, जेडवीएम यूनानी मेडिकल कॉलेज, पुणे ने “अनुसंधान लेखों के आवश्यक सिद्धांत” और “मूल औषधि अनुसंधान लेखों को प्रारूपित करने के तरीके” विषयों पर व्याख्यान दिया।
तीसरे और चौथे सत्र में, क्षेत्रीय यूनानी चिकित्सा अनुसंधान, श्रीनगर, जम्मू और कश्मीर के डॉ. मुहम्मद शिराज ने “साहित्यिक शोध आलेख के प्रारूपण के सिद्धांत” और “शोध आलेख प्रारूप में थीसिस की प्रस्तुति के बिंदु” पर व्याख्यान दिया।

 

 

 

आज के पांचवें सत्र में वर्तमान कार्यक्रम के आयोजन अध्यक्ष एवं महाविद्यालय के सक्रिय प्राचार्य एवं युवा वैज्ञानिक पुरस्कार विजेता श्री डॉ. वसीम अहमद ने “रिपोर्टिंग के दिशानिर्देश” एवं छठे सत्र में “समीक्षा पत्र कैसे लिखें” विषयों पर प्रकाश डाला। सत्र 7वें और 8वें सत्र में, डॉ. फहमीदा ज़ीनत, वरिष्ठ सहायक प्रोफेसर, अजमल खान तिब्बिया कॉलेज, अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय, अलीगढ़ ने “केस रिपोर्ट/केस सीरीज़” और “रिसर्च इंटीग्रिटी एंड पब्लिकेशन एथिक्स एंड साइंटिफिक मिसमैनेजमेंट” विषयों को विस्तार से बताया। प्रत्येक सत्र के अंत में मास्टर ट्रेनर्स को प्रमाण पत्र और स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम के अंत में पीजी गाइडस ने फीडबैक फॉर्म के माध्यम से अपना फीडबैक दिया।

डॉ. वसीम अहमद

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