श्री राम कथा में गुरु मतंग एवं शबरी की भक्ति मय कथा।
विनय मिश्र, जिला संवाददाता।
बरहज, देवरिया। नगर पालिका परिषद गौरा बरहज में चल रहे श्रीराम कथा के चौथे दिन, जालौन उत्तर प्रदेश से पधारे हुए संत संतोष गौतम रामायणी ऋषि मतंग और सेवरी की चर्चा करते हुए, कहां की जब ऋषि मतंग इस धरा धाम से जाने लगे तो शवरी से कहा कि तुम कहीं आश्रम छोड़कर जाना मत इसी आश्रम में प्रभु श्री राम आएंगे और प्रभु का तुम्हें दर्शन होगा गुरु की बात पर विश्वास मानकर भगवान की बाट जो होते हुए, वृद्धावस्था को हो चली भगवान के दर्शन की प्रतीक्षा करती रही जिस समय मातंग ऋषि परलोक गमन किए सवरी अनाथ हो गई प्रभु का काम है अनाथ को सनाथ बना देना, समय बीतता गया ऐसा समय आया कि प्रभु श्री राम जानकी को ढूंढते हुए शबरी के आश्रम पर पहुंचे और अनाथ सेवरी को सनाथ बना दिया। इसीलिए प्रभु को अनाथों का नाथ दीनानाथ कहा जाता है। कथा के दौरान अनमोल मिश्रा ,ओमप्रकाश दुबे, श्री प्रकाश पाल, पीयूष मिश्रा, विद्यानंद पांडे, गणेश मिश्र, दयाशंकर तिवारी, राम श्रृंगार पांडे, महंत प्रसाद कुशवाहा, रमेश तिवारी अनजान, विवेकानंद तिवारी, कृष्ण मुरारी तिवारी, रामनिवास उपाध्याय, बलभद्र तिवारी, वीरेंद्र तिवारी, अरविंद तिवारी सहित काफी संख्या में लोग उपस्थित रहे कथा का संचालन बृजराज उपाध्याय ने किया।