Azamgarh news:लाइसेंस नहीं होता है तो आरो प्लांट सील होना चाहिए,पानी की बूंद का सौदा,गोरखधंधा बन चुका है आरो के नाम पर लोगो के सेहत के साथ खिलवाड़,प्रशासन मौन
रिपोर्ट:चंदन शर्मा
रानी की सराय/आजमगढ़ में बिना ट्रेड लाइसेंस के एक दर्जन आरओ प्लांट संचालित किया जा रहा है। ऐसे में लोगों की प्यास बुझाने के नाम पर पानी की बूंद बूंद का सौदा इन दिनों रानी की सराय में गोरखधंधा बन चुका है। कम लागत में ज्यादा पैसे कमाने और किसी तरह की कोई निगरानी नहीं होने की वजह से फिलहाल यह सेफ़ बिजनेस बन गया है।अधिकतर कारोबारी बगैर ट्रेड लाइसेंस और तय मानक पर कारोबार नहीं कर रहे हैं। साथ ही पानी को आरओ रिवर्स ऑस्मोसिसद्ध वाटर के नाम पर बाजारों में खपा रहे हैं। लोग भी बगैर जांच किये और बिना सोचे समझे ऐसे पाने की खरीदारी कर लेते हैं। रानी की सराय में आरओ वाटर के नाम पर हर रोज पानी बेचा जा रहा है। लेकिन कभी इसकी जांच प्रशासनिक स्तर पर नहीं की जाती है।शादी पार्टी से लेकर घरए ऑफिसए दुकानों व सरकारी कार्यालयों तक में यह पानी पहुंचाया जा रहा है। लेकिन पानी की शुद्धता व गुणवत्ता को लेकर किसी के द्वारा कोई सवाल नहीं उठाया जा रहा है। इस कारण यह अवैध कारोबार धड़ल्ले से चल रहा है।एक दर्जन जगहों से प्लास्टिक के जार में भरकर पानी की आपूर्ति की जाती है। जिसे आरओ वाटर का नाम दिया जा रहा है। अधिकतर संचालक शुद्धता की गारंटी तक दे रहे हैं। लेकिन बगैर ट्रेड लाइसेंस के संचालित इस कारोबार को लेकर भी असमंजस की स्थिति बनी हुई है। संचालक डीप बोरिंग से पानी लेकर उसे भी बेचकर चांदी काट रहे हैं। प्रति जार 20 से 30 रुपए तक की कीमत में पानी की बिक्री होती है।लोगो का कहना है कि आरो प्लांट के लिए सर्टिफिकेट और लाइसेंस जरूरी होता है लाइसेंस नहीं होता है तो आरो प्लांट सील होना चाहिए,बाज़ार में नियमित जलापूर्ति व्यवस्था मुकम्मल नहीं होने की वजह से आर ओ वाटर वह बोतल बंद पानी की मांग बढ़ी है। अधिकतर लोग इस पानी का प्रयोग कर रहे हैं। बताया जाता है कि रानी की सराय बाज़ार में फिलहाल पेयजल की गंभीर समस्या है। ऐसे में लोगों को शुद्ध पानी नहीं उपलब्ध हो रहा हो पा रहा है। लोगों का कहना है कि रानी की सराय में जलापूर्ति योजना के तहत बाजार में पेयजल आपूर्ति बंद है। ऐसे में आरओ वाटर व बोतल बंद पानी की मांग बढ़ी है