श्रीमद् भागवत कथा के आखिरी दिन भक्तों की भारी भीड़ सुदामा चरित्र व भगवान की लीलाओं का हुआ वर्णन
Azamgarh: On the last day of Shrimad Bhagwat Katha, a huge crowd of devotees gathered and the character of Sudama and the divine acts of God were narrated.
रिपोर्ट:चन्द्रेश यादव
अतरौलिया/आजमगढ़। स्थानीय पूरब पोखरा रोड पर अग्रहरि परिवार द्वारा आयोजित संगीतमयी श्रीमद् भागवत कथा के सातवें व आखिरी दिन हज़ारों की संख्या में श्रद्धालु महिला/पुरुष कथा स्थल पर पहुंचे। भागवत कथा के सातवें दिन व आखिरी दिन की कथा पंचपेड़वा आश्रम के भागवताचार्य पंडित चंद्रेश दास जी महाराज द्वारा सुदामा चरित्र वह भगवान की अन्य लीलाओं का बहुत ही भव्य तरीके से वर्णन किया गया। भागवताचार्य पंडित चंद्रेश दास जी महाराज ने बताया कि कथा में विश्राम दिवस की कथा के साथ सुदामा चरित्र की कथा सुनाई गई और भगवान की अन्य लीलाओं का भी वर्णन हुआ। उन्होंने कहा कि विगत 7 दिनों से यह कथा चल रही है,। 18 अप्रैल से कलश यात्रा के साथ कथा का प्रारंभ हुआ। नगर तथा क्षेत्रवासी कथा में हजारों की संख्या में भाग लिए, भक्ति व सनातन धर्म की लोकप्रियता को देखते हुए सभी लोग जुड़ रहे हैं जिससे पूरा वातावरण भक्तिमय हो गया। लगभग 5 हज़ार से अधिक संख्या में लोग शुक्रवार को विशाल भंडारे में प्रसाद ग्रहण करेंगे । कथा के आयोजक अनिल कुमार अग्रहरी ने बताया कि पंडित चंद्रेश जी महाराज के श्रीमुख से यह कथा हो रही है। कथा के आखिरी दिन अपार भीड़ हुई जिसमें हजारों की संख्या में लोग एकत्रित हुए। शुक्रवार को होने वाले विशाल भंडारे में अधिक से अधिक लोग पहुंचकर प्रसाद ग्रहण करें। नीरज तिवारी ने कहा कि लगातार एक सप्ताह से यह श्रीमद् भागवत कथा चल रही है। कथा के आखिरी दिन भगवान श्री कृष्ण की सुंदर झांकी निकाली जाएगी। नगर व ग्राम वासी इस भव्य आयोजन में हिस्सा लेकर पुण्य के भागीदार बने और भंडारे में प्रसाद ग्रहण करें। इस मौके पर सैकड़ो की संख्या में श्रद्धालुओं ने श्रीमद् भागवत कथा का अनुसरण किया और प्रसाद ग्रहण कर पुण्य के भागीदार बने।