हैदराबाद: बेटे के शव के साथ रह रहे थे नेत्रहीन दंपत्ति, चार दिन पहले हो गई थी मौत
Hyderabad: Blind couple was living with the dead body of their son, who had died four days ago
हैदराबाद। हैदराबाद से एक दिल को झकझोर कर देने वाली घटना सामने आई है। यहां नेत्रहीन दंपत्ति अपने बेटे के शव के साथ चार दिनों तक रहे। उन्हें इस बात की जानकारी ही नहीं थी कि उनका बेटा मर चुका है।
घटना नागोल की एक कॉलोनी की है। मंगलवार को घटना तब सामने आई जब पड़ोसियों को घर से दुर्गंध आई और उन्होंने पुलिस को इसकी सूचना दी। पुलिस को घर में 32 वर्षीय व्यक्ति का शव मिला। जबकि 60 साल से ज्यादा उम्र के दंपत्ति भूख और तकलीफों से जूझते रहे। वह पुलिस को अर्धचेतन अवस्था में जमीन पर पड़े मिले। पुलिस ने मानवता का परिचय देते हुए बुजुर्ग दंपत्ति की देखभाल की और खाना-पानी दिया गया।
दंपत्ति ने पुलिस को बताया कि उन्होंने अपने बेटे को भोजन और पानी के लिए आवाज लगाई, लेकिन कोई जवाब नहीं मिला। पुलिस को संदेह है कि युवक की मौत नींद में ही हो गई। एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि उसके शव को पोस्टमार्टम के लिए सरकारी उस्मानिया अस्पताल भेज दिया गया है।
राचकोंडा पुलिस आयुक्तालय के अंतर्गत नागोल पुलिस स्टेशन ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। नागोल थाने के सर्किल इंस्पेक्टर सूर्य नायक के अनुसार, दंपत्ति की तेज आवाजें लगाने में असमर्थ थे, शायद इसलिए उनके पड़ोसी भी उनकी आवाज नहीं सुन सके।
पुलिस जांच में पता चला कि 60 वर्षीय सेवानिवृत्त सरकारी कर्मचारी कलुवा रमन्ना और उनकी पत्नी शांति कुमारी अपने छोटे बेटे प्रमोद (32) के साथ किराए के मकान में रह रहे थे। उनका बेटा शराब पीने का आदी था।
प्रमोद को उसकी पत्नी ने छोड़ दिया था और वह अपनी दोनों बेटियों को अपने साथ ले गई थी। पुलिस को संदेह है कि उसकी मौत नींद में ही हो गई। पुलिस मौत के कारणों का पता लगाने के लिए पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार कर रही है।
पुलिस ने शहर के दूसरे इलाके में रहने वाले दंपत्ति के बड़े बेटे प्रदीप को इसकी सूचना दी। दंपत्ति की देखभाल उसे सौंपी गई है।